नई दिल्ली। भारत में मानसून 2025 ने समय से पहले दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार, 24 मई को पुष्टि की कि मानसून केरल में प्रवेश कर चुका है। इस बार मानसून ने पिछले 16 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया, क्योंकि आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंचता है।
आज दक्षिण भारत में दस्तक
आज 25 मई को तमिलनाडु और कर्नाटक के कई हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में मानसून 4 जून तक मध्य और पूर्वी भारत में भी प्रवेश करेगा।

Weather Alert: 20+ राज्यों में भारी बारिश और आंधी की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने मौसम चेतावनी जारी करते हुए बताया कि निम्नलिखित राज्यों में भारी बारिश, आंधी और कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है:
चेतावनी वाले राज्य:
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि की भी संभावना है, जबकि कुछ राज्यों में भीषण गर्मी का दौर भी जारी रहेगा।

मानसून टाइमलाइन: क्या कहता है इतिहास?
- आम तौर पर:
मानसून 1 जून को केरल पहुंचता है, और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर करता है।
वापसी 17 सितंबर से शुरू होती है और 15 अक्टूबर तक पूर्ण होती है। - 2024 में:
मानसून 30 मई को केरल पहुंचा था। - 2025 में:
मानसून 24 मई को ही केरल पहुंच गया—जो 16 साल में सबसे जल्दी है।
Skymet का अनुमान: सामान्य रहेगा मानसून 2025
वहीं निजी मौसम एजेंसी Skymet ने अनुमान लगाया है कि Monsoon 2025 सामान्य रहेगा, जिससे किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए राहत की उम्मीद की जा सकती है। समय से पहले बारिश आने से खेती-बाड़ी, जल संरक्षण और तापमान नियंत्रण में मदद मिलने की संभावना है।

नजर भारत के मौसम पर बनी रहे
इस साल का मानसून सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ने वाला नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन, खेती और आपदा प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक बन सकता है। मौसम विभाग लगातार अपडेट जारी कर रहा है—लिहाजा नागरिकों को सतर्क और जागरूक रहना जरूरी है।