मॉस्को/कीव: Russia और Ukraine के बीच दो साल से जारी जंग अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। बढ़ती सैन्य गतिविधियाँ और हालिया हमले इस संघर्ष को संभावित विश्व युद्ध की दिशा में ले जाते दिख रहे हैं।
कीव पर रूस की घेराबंदी, यूक्रेन का पलटवार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने कीव के चारों ओर 50,000 सैनिकों की तैनाती कर दी है और बड़े जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है। जवाब में, यूक्रेन ने ड्रोन हमले कर रूस के दो एयरबेस और एक परमाणु स्टेशन को निशाना बनाया, जिससे भारी नुकसान की खबर है।
‘This is Not a Drill’: परमाणु युद्ध की तैयारी?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में रूसी ट्रकों पर परमाणु मिसाइलें ले जाते हुए देखा गया है, जिस पर साफ लिखा था – “यह कोई अभ्यास नहीं है।” इसके बाद, रूस ने अपने न्यूक्लियर बेस को हाई अलर्ट पर डाल दिया है।
सैटेलाइट से मिले संकेत: 1962 के क्यूबा संकट जैसा माहौल
ब्रिटिश सुरक्षा विशेषज्ञ जिम फार्ग्यूसन के मुताबिक, सैटेलाइट इमेज में असामान्य मूवमेंट दिख रही है, जो परमाणु हमले की तैयारी की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद सबसे गंभीर है।
जर्मनी को रूस की चेतावनी, ब्रिटेन भी अलर्ट
यूक्रेन द्वारा जर्मन ‘टॉरस’ मिसाइलों के उपयोग से रूस भड़का हुआ है। रूस ने जर्मनी को सीधी चेतावनी दी है कि यदि ये सप्लाई नहीं रोकी गई, तो इसे “सीधी युद्ध कार्रवाई” माना जाएगा। वहीं, ब्रिटेन ने अमेरिका से न्यूक्लियर कैपेसिटी फाइटर जेट्स खरीदने का निर्णय लिया है।
दुनिया एक नए ‘परमाणु युग’ की दहलीज़ पर?
ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार ने इस कदम को “नए परमाणु युग की शुरुआत” कहा है। अमेरिका और यूरोपीय देशों की यूक्रेन के समर्थन में स्पष्ट भूमिका ने स्थिति को और अधिक संवेदनशील बना दिया है।