नई दिल्ली। भारत ने आतंक के खिलाफ एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। महज 25 मिनट में पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों पर यह हमला इतना तीव्र और सटीक था कि अब ये गुट दोबारा भारत के खिलाफ साजिश करने से पहले हजार बार सोचेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर: कैसे रचा गया इतिहास
इस पूरी कार्रवाई की कमांड पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों में थी। पीएम अपने आवास पर बनाए गए विशेष वॉररूम से लगातार पूरे मिशन पर नजर रख रहे थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल उन्हें हर एक अपडेट दे रहे थे।

सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर की योजना 1 मई को तैयार की गई। खुफिया एजेंसी RAW ने आतंकियों के 21 ठिकानों की सूची सौंपी, जिसमें से 9 प्रमुख ठिकानों को टारगेट के तौर पर चुना गया। 7 मई को इस मिशन को अंजाम देने की तारीख तय की गई, और इसके लिए उच्च अधिकारी चार दिनों तक साउथ ब्लॉक में ही रहे, ताकि गोपनीयता बनी रहे।
राफेल का प्रहार, स्कैल्प मिसाइल की तबाही
इस हमले में भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों से स्कैल्प मिसाइलें दागीं, जिनकी मारक क्षमता और सटीकता का पूरी दुनिया में लोहा माना जाता है। इन मिसाइलों के विस्फोट से कई किलोमीटर तक लपटें और कंपन महसूस किया गया। PoK के जिन इलाकों में हमले हुए, वहां पूरा इलाका कांप उठा।

पाकिस्तान हिला, इस्लामाबाद में हलचल
इस हमले की गूंज इस्लामाबाद तक पहुंची। पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया में कहा कि उसे जवाबी कार्रवाई का अधिकार है, लेकिन हकीकत यह है कि उनके पास न हिम्मत है और न ही संसाधन। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर अब सिर्फ डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं। भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर पाकिस्तान ने कोई दुस्साहस किया, तो अगली बार सिर्फ आतंकी ठिकाने ही नहीं, बल्कि रणनीतिक ठिकाने भी निशाने पर होंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का संदेश
ऑपरेशन के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के स्थायी और अस्थायी सदस्यों से संवाद कर उन्हें मिशन की जानकारी दी। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह आतंकवाद के सफाए के लिए प्रतिबद्ध है और यह लड़ाई केवल देश की सीमाओं के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक शांति के लिए लड़ी जा रही है।

सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस: 9.30 घंटे बाद खुलासा
हमले के लगभग साढ़े नौ घंटे बाद भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन की डिटेल साझा की। बताया गया कि मिशन पूरी तरह सफल और सटीक रहा, और किसी भी प्रकार की सैनिक क्षति नहीं हुई।