नई दिल्ली/बठिंडा। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने एक और बड़ी सैन्य उपलब्धि हासिल की है। कश्मीर के आसमान में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान का JF-17 थंडर फाइटर जेट मार गिराया। इस टारगेट को भारतीय ‘आकाश’ मिसाइल सिस्टम ने सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त किया। यह फाइटर जेट चीन और पाकिस्तान द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है और इसे पाकिस्तानी वायुसेना की रीढ़ माना जाता है।
क्या है JF-17 थंडर की खासियत?
JF-17 एक हल्का, एकल इंजन वाला मल्टी-रोल फाइटर जेट है। इसकी लंबाई 14.9 मीटर और पंखों का फैलाव 9.45 मीटर है। अधिकतम गति Mach 1.6 यानी लगभग 1,910 किमी/घंटा है। यह जेट हवा और जमीन दोनों लक्ष्यों पर हमले में सक्षम है और 3,700 किलोग्राम तक हथियार ले जाने की क्षमता रखता है।
तकनीकी रूप से कितना सक्षम?
इसमें आधुनिक एवियोनिक्स, डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल, हेड-अप डिस्प्ले और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम जैसी तकनीकें मौजूद हैं। इसकी ऑपरेशनल रेंज लगभग 2,000 किमी है। हालांकि, इसकी सीमित स्टील्थ क्षमताएं और एवियोनिक्स की कुछ कमियां इसे भारत के 4.5 पीढ़ी के उन्नत जेट्स के सामने कमजोर बनाती हैं।

क्या है इस घटना का महत्व?
JF-17 थंडर को गिराना भारतीय वायु रक्षा की बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे न केवल भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन हुआ है, बल्कि यह स्पष्ट संदेश भी गया है कि भारतीय सीमा की सुरक्षा में सेंध लगाने की किसी भी कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर में लगातार बढ़त
इससे पहले भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया था। अब JF-17 को मार गिराना इस ऑपरेशन की सफलता को और मजबूत करता है।