AIIMS भोपाल में शुरू होगी IVF सुविधा, मध्य प्रदेश में इस तरह की पहली पहल
राजधानी भोपाल स्थित AIIMS अस्पताल में जल्द ही IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) सुविधा शुरू होने जा रही है। यह सुविधा शुरू होते ही AIIMS भोपाल मध्य प्रदेश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल बन जाएगा, जहाँ कृत्रिम गर्भाधान की उन्नत तकनीक उपलब्ध होगी। AIIMS प्रशासन के अनुसार जून के अंत तक यह सेवा प्रारंभ कर दी जाएगी।
राजधानी भोपाल स्थित AIIMS अस्पताल में जल्द ही IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) सुविधा शुरू होने जा रही है। यह सुविधा शुरू होते ही AIIMS भोपाल मध्य प्रदेश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल बन जाएगा, जहाँ कृत्रिम गर्भाधान की उन्नत तकनीक उपलब्ध होगी। AIIMS प्रशासन के अनुसार जून के अंत तक यह सेवा प्रारंभ कर दी जाएगी।
AI तकनीक से सुसज्जित IVF स्किल लैब
AIIMS भोपाल में स्थापित की जा रही IVF स्किल लैब में डिजिटल सिमुलेटर लगाए गए हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक पर आधारित हैं। इन सिमुलेटर्स की मदद से डॉक्टर भ्रूण स्थानांतरण की प्रक्रिया का अभ्यास कर सकेंगे। विभिन्न कठिनाई स्तर वाले केसों के ज़रिए प्रशिक्षु डॉक्टरों को रियल टाइम अनुभव मिलेगा, जिससे उनका प्रशिक्षण और अधिक प्रभावी होगा।
क्या है IVF प्रक्रिया?
IVF एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो उन दंपतियों के लिए उपयोगी होती है, जिन्हें प्राकृतिक रूप से गर्भधारण में कठिनाई होती है। इस प्रक्रिया के तहत पहले महिला और पुरुष की स्वास्थ्य जांच की जाती है। पुरुष के सक्रिय शुक्राणुओं को लैब में चयनित किया जाता है, वहीं महिला के अंडाणु को बाहर निकालकर सुरक्षित किया जाता है। फिर लैब में निषेचन की प्रक्रिया के बाद तैयार भ्रूण को महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।
AIIMS भोपाल की इस पहल से राज्यभर के उन हजारों दंपतियों को राहत मिलेगी, जो अब तक निजी क्लीनिकों में महंगे IVF उपचार के लिए मजबूर थे।