बैसरन घाटी आतंकी हमला: 25 पर्यटकों की निर्मम हत्या के 12 दिन बाद बड़ा निर्णय संभव
नई दिल्ली, 2 मई 2025
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 12 दिन पहले हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार की कार्रवाई तेज हो गई है। इस हमले में 25 पर्यटकों और एक कश्मीरी टट्टू चालक की निर्मम हत्या कर दी गई थी, जिसने देशभर में भारी आक्रोश पैदा कर दिया। अब इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ संभावित जवाबी कार्रवाई की समीक्षा की है।
बैसरन घाटी हमला: क्या हुआ था?
20 अप्रैल को अनंतनाग जिले की बैसरन घाटी में हथियारबंद आतंकवादियों ने अचानक सैलानियों पर हमला कर दिया था। हमले में 25 पर्यटकों की मौत हो गई थी और कई गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जांच में सामने आया कि हमलावर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे और उन्हें सीमा पार से लॉजिस्टिक सहयोग मिला था।
प्रधानमंत्री की बैठक में क्या हुआ?
प्रधानमंत्री मोदी ने इस हमले के मद्देनज़र रक्षा सचिव के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सूत्रों के अनुसार, बैठक में सीमा पार आतंकी ठिकानों के खिलाफ सर्जिकल या एयर स्ट्राइक जैसे विकल्पों पर भी चर्चा की गई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और RAW के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत की सहनशीलता की सीमा समाप्त हो चुकी है और अब जवाब ज़रूरी है।
सेना और खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर
बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना और अर्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। नियंत्रण रेखा (LoC) पर अतिरिक्त तैनाती की जा रही है। ड्रोन सर्विलांस और इंटेलिजेंस ऑपरेशनों को भी तेज किया गया है। आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को घेरने की तैयारी
भारत सरकार अब इस हमले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की तैयारी में है। संयुक्त राष्ट्र, जी-20 और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) जैसे मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने इस मामले में डोजियर तैयार करना शुरू कर दिया है, जिसमें हमले के सबूत और पाकिस्तान की संलिप्तता के प्रमाण शामिल होंगे।
जनता में गुस्सा, कड़ी कार्रवाई की मांग
देशभर में इस जघन्य हमले के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। पूर्व सैनिकों, राजनीतिक दलों और आम नागरिकों ने केंद्र सरकार से जवाबी कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर लगातार यह मांग उठ रही है कि सरकार पाकिस्तान को करारा जवाब दे।
निष्कर्ष
बैसरन घाटी हमला भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक सीधा हमला था। सरकार अब कड़े और निर्णायक कदम उठाने के संकेत दे चुकी है। आने वाले दिनों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य या कूटनीतिक मोर्चे पर बड़ा एक्शन संभव है। अब पूरा देश सरकार के अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहा है।