मुंबई: यूट्यूब ने बीते तीन साल में भारत के कंटेंट क्रिएटर्स, कलाकारों और मीडिया कंपनियों को 21,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। हाल ही में अपनी 20वीं वर्षगांठ मनाने वाला यूट्यूब अब नए फीचर्स लाने की तैयारी में है, जिनमें वॉयस कमेंट, म्यूजिक आधारित फीचर्स और टीवी के लिए मल्टीव्यू जैसी सुविधाएं शामिल हैं। कोविड महामारी के बाद से यूट्यूब ने भारत में लाखों लोगों के लिए आय का प्रमुख स्रोत बनकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। यूट्यूब ने अब खुद इस बात का खुलासा किया है कि उसने भारतीय क्रिएटर्स की कमाई में कितना बड़ा योगदान दिया है।
21,000 करोड़ का भुगतान और 850 करोड़ का निवेश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूट्यूब ने 2022 से 2024 के बीच भारत के क्रिएटर्स, कलाकारों और मीडिया कंपनियों को 21,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया। कंपनी ने घोषणा की है कि वह क्रिएटर्स को और सशक्त बनाने के लिए 850 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी। यूट्यूब के सीईओ ने कहा कि यह निवेश न केवल क्रिएटर्स और मीडिया कंपनियों को आगे बढ़ाएगा, बल्कि नए करियर और कारोबारी अवसर भी पैदा करेगा।

भारतीय कंटेंट की वैश्विक पहुंच
यूट्यूब के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल भारत में बने कंटेंट को दुनिया भर में 45 अरब घंटे तक देखा गया। यह भारतीय यूट्यूबर्स की वैश्विक लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है। भारत में 10 करोड़ से अधिक यूट्यूब चैनलों ने कंटेंट अपलोड किया, जिनमें से 15,000 से ज्यादा चैनलों के 10 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। विशेष रूप से, 10 लाख सब्सक्राइबर्स वाले चैनलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। उदाहरण के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल पर 2.5 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं।
यूट्यूब के नए फीचर्स
20 साल पूरे करने के बाद यूट्यूब कई नए फीचर्स लाने की योजना बना रहा है, जो यूजर्स और क्रिएटर्स के अनुभव को और बेहतर करेंगे। इनमें शामिल हैं:
- वॉयस कमेंट फीचर: यूजर्स कमेंट सेक्शन में लिखने के बजाय अपनी आवाज में टिप्पणी कर सकेंगे।
- आस्क म्यूजिक फीचर: यूट्यूब प्रीमियम और म्यूजिक यूजर्स अपने मूड के आधार पर म्यूजिक सुझाव प्राप्त कर सकेंगे। यह सुविधा शुरुआत में अंग्रेजी में उपलब्ध होगी।
- मल्टीव्यू फीचर: टीवी पर यूट्यूब देखने वाले यूजर्स एक ही स्क्रीन पर कई कंटेंट स्ट्रीम एक साथ देख सकेंगे।

भारतीय क्रिएटर्स का बढ़ता प्रभाव
यूट्यूब के सीईओ ने भारतीय क्रिएटर्स की सफलता पर जोर देते हुए कहा कि भारत में कंटेंट निर्माण ने न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान बनाई है। 15,000 से अधिक चैनलों का 10 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स तक पहुंचना इस बात का प्रमाण है कि भारतीय यूट्यूबर्स तेजी से डिजिटल दुनिया में अपनी जगह बना रहे हैं।