जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने किसानों की समस्याओं को जानने के लिए लगातार तीसरे दिन धान खरीदी केंद्रों का दौरा किया।
धरसींवा विधानसभा क्षेत्र में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने नए वर्ष की शुरुआत से ही किसानों के मुद्दों को प्रमुखता दी है। 03 जनवरी 2025 को, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने सांकरा, कुम्हारी, गुमा, गिरौद, टेकारी, पथरी सहित अन्य धान खरीदी केंद्रों का दौरा किया। इसके पहले 1 और 2 जनवरी को सारागांव, बंगोली, मुरा, गनियारी, असौंदा, बुडेनी, बेल्दार सिवनी, नवागांव, मांठ, केशला, बुढेरा, कनकी, पाड़ाभाट, कुम्हारी, छड़िया जैसे केंद्रों का निरीक्षण किया गया था।
दौरे के दौरान प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल और खंड अध्यक्ष जागेश्वर साहू समेत अन्य पदाधिकारियों ने किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
किसानों की मुख्य समस्याएं
- एकमुश्त भुगतान का अभाव:
किसानों ने बताया कि सरकार ने धान खरीदी के लिए 3100 रुपये प्रति क्विंटल का वादा किया था, लेकिन अब तक केवल 2300 रुपये का भुगतान किया गया है। - खराब बुनियादी सुविधाएं:
- धान मंडियों में बैठने की जगह, पानी और शौचालय जैसी सुविधाओं की कमी है।
- धान को सुरक्षित रखने के लिए बाउंड्री वॉल और अन्य आवश्यक इंतजाम अब तक नहीं किए गए हैं।
- तौल में गड़बड़ी:
- प्रति एकड़ 21 क्विंटल की जगह 20.8 क्विंटल धान ही लिया जा रहा है।
- कई केंद्रों पर सहमति पत्र भरवाया जा रहा है कि किसानों को तौल में गड़बड़ी से कोई आपत्ति नहीं है।
- परिवहन और हेमाल की समस्या:
- समय पर धान का उठाव नहीं हो रहा है, जिससे किसानों को अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- हेमाल (कार्यबल) की कमी के कारण भी देरी हो रही है।
अध्यक्ष अमित बघेल का बयान
अमित बघेल ने कहा, “सरकार अपने वादे पूरे करने में असफल रही है। यदि किसानों को 3100 रुपये की राशि एक साथ दी जाती, तो वे अपने कर्ज चुका पाते और बेहतर जीवनयापन कर सकते थे। सरकार को जल्द से जल्द किसानों के हित में कदम उठाने चाहिए।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पंचायत चुनावों की तारीखों में बदलाव करके किसानों की नाराजगी से बचने की कोशिश कर रही है।
भविष्य की रणनीति
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने 2023-24 के विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। अमित बघेल ने दावा किया कि उनकी पार्टी क्षेत्रीय मुद्दों को उठाकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखती है। पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि किसानों के हितों के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा।
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्षेत्रीय पार्टी विकल्प के रूप में उभरने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। अब देखना यह होगा कि पार्टी आने वाले समय में कितनी सफल हो पाती है।