नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। यह फैसला उन्होंने इंग्लैंड के आगामी दौरे से ठीक पहले लिया है। रोहित ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 26 दिसंबर 2024 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। इस ऐलान के साथ ही भारतीय टेस्ट टीम को अब नए कप्तान की तलाश करनी होगी।
टेस्ट करियर पर एक नजर
रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में 67 मुकाबले खेले, जिनमें उन्होंने 12 शतक और 18 अर्धशतक जड़े। उन्होंने इस प्रारूप में 4301 रन बनाए और उनका औसत 40.57 रहा। वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहे हैं, खासकर घरेलू मैदान पर उनकी पारियां यादगार रही हैं।

इंग्लैंड दौरे के लिए नया कप्तान
रोहित के संन्यास के बाद अब इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम एक नए कप्तान के साथ जाएगी। जून में होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा जल्द की जाएगी। कप्तानी की दौड़ में जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत जैसे नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन बनी वजह
जानकारों का मानना है कि रोहित शर्मा के संन्यास के पीछे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम के खराब प्रदर्शन की बड़ी भूमिका रही है। उनकी कप्तानी में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-1 से हार झेलनी पड़ी थी। इसके साथ ही न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर पहली बार क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। लगातार आलोचनाओं के बीच रोहित ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया।

पहले ही ले चुके हैं टी20 से संन्यास
गौरतलब है कि रोहित शर्मा इससे पहले टी20 फॉर्मेट से भी संन्यास ले चुके हैं। उन्होंने 2024 में भारत को टी20 वर्ल्ड कप जिताकर अपने करियर को एक सुनहरी उपलब्धि के साथ समाप्त किया था। फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद रोहित ने विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के साथ टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
रोहित का योगदान रहेगा यादगार
टेस्ट क्रिकेट से रोहित शर्मा का संन्यास एक युग के अंत जैसा है। उनके शांत नेतृत्व, तकनीकी बल्लेबाजी और धैर्यपूर्ण पारियों ने भारत को कई अहम जीत दिलाई हैं। अब देखना होगा कि टीम इंडिया नए नेतृत्व में कैसी रणनीति अपनाती है और रोहित के बाद कौन उनकी विरासत को आगे बढ़ाता है।
