बीजिंग। चीन के लियाओनिंग प्रांत में मंगलवार को दोपहर 12:25 बजे एक रेस्टोरेंट में लगी भयावह आग ने 22 लोगों की जान ले ली, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हादसे के वक्त मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि रेस्टोरेंट की खिड़कियों और दरवाजों से भयंकर लपटें उठ रही थीं और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी।
आग लगते ही मची भगदड़
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। घटना के बाद के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें इमारत से उठती आग की भीषण लपटें और जान बचाकर भागते लोग साफ देखे जा सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। एहतियात के तौर पर आसपास की इमारतों को खाली करा लिया गया है।
शी जिनपिंग ने दिए हरसंभव मदद के निर्देश
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों के बेहतर इलाज और राहत कार्यों में कोई कसर न छोड़ने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने इस दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है और घटना स्थल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

चीन में लगातार बढ़ रही हैं अग्निकांड की घटनाएं
लियाओनिंग प्रांत, जो कभी चीन का प्रमुख औद्योगिक केंद्र रहा है, इन दिनों जनसंख्या में गिरावट और आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रहा है। चीन में अग्निकांड की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिनके पीछे आमतौर पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी, कर्मचारियों को अपर्याप्त प्रशिक्षण और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही बताई जाती है।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह कोई पहला मामला नहीं है। अप्रैल में हेबेई प्रांत के एक वृद्धाश्रम में भीषण आग में 20 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं जनवरी में झांगजियाको के एक खाद्य बाजार में आग लगने से 8 लोगों की मौत और 15 घायल हुए थे। इन घटनाओं ने चीन में सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।