अबू धाबी/तेहरान: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईरान को सख्त चेतावनी दी है कि अगर उसने अमेरिका के परमाणु समझौते के प्रस्ताव पर जल्द फैसला नहीं लिया तो उसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। खाड़ी दौरे के समापन के अवसर पर अबू धाबी में बोलते हुए ट्रंप ने कहा, “ईरान को पता है कि उसे जल्दी से निर्णय लेना होगा, नहीं तो कुछ बुरा हो सकता है।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत जारी है। ट्रंप ने पहली बार सार्वजनिक रूप से माना कि अमेरिका के दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के बीच कई बैठकों के बाद तेहरान को प्रस्ताव सौंपा गया है।
ईरान की प्रतिक्रिया: “धमकियों से नहीं डरते”
दूसरी ओर, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने दोहराया कि उनका देश परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका से बातचीत जारी रखेगा लेकिन अमेरिकी दबाव और धमकियों के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने नौसेना अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, “हम बातचीत कर रहे हैं और करते रहेंगे, लेकिन अपने अधिकारों से पीछे नहीं हटेंगे। हमें युद्ध नहीं चाहिए, लेकिन किसी भी खतरे से डरते भी नहीं हैं।”
राष्ट्रपति पेजेशकियान का बयान सरकारी टेलीविज़न पर प्रसारित किया गया, जिसमें उन्होंने यह भी कहा कि ईरान अपनी सैन्य, वैज्ञानिक और परमाणु क्षमताओं को आसानी से नहीं छोड़ेगा।
ईरान का दावा: ‘परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण’
ईरान के परमाणु संगठन प्रमुख मोहम्मद इस्लाम ने जोर देकर कहा कि उनका देश पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय निगरानी में काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि 2024 में संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी ने देश के परमाणु प्रतिष्ठानों का 450 से अधिक बार निरीक्षण किया है।
इस्लाम ने कहा, “किसी अन्य देश की इस स्तर पर निगरानी नहीं होती, जैसी हमारे यहां हो रही है। हमारा कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण है और हम पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रहे हैं।”
संदेश साफ: समझौता या टकराव
ट्रंप का यह बयान और ईरान का प्रतिरोध ऐसे समय सामने आया है जब पश्चिम एशिया पहले ही कई भू-राजनीतिक तनावों से जूझ रहा है। अमेरिका का उद्देश्य ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है, जबकि ईरान इसे अपना अधिकार मानता है और किसी भी दबाव को अस्वीकार कर रहा है।
अब दुनिया की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या दोनों देश कूटनीति के रास्ते किसी समझौते पर पहुंच पाएंगे या एक बार फिर तनाव एक बड़े टकराव का रूप ले लेगा।