इस्लामाबाद। चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत की निर्णायक जीत के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत कर दिया है। यह फैसला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, 20 मई 2025 को पाकिस्तान ने आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल का सम्मान दिया, जो अयूब खान के बाद इस उच्चतम सैन्य पद को प्राप्त करने वाले देश के दूसरे अधिकारी हैं। फील्ड मार्शल का पद पाकिस्तानी सशस्त्र बलों में सबसे ऊंचा पद माना जाता है।

यह पदोन्नति ऐसे समय पर हुई है जब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादियों को पनाह देने और भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के कारण अलग-थलग पड़ा हुआ है। माना जा रहा है कि शहबाज शरीफ सरकार इस पदोन्नति के जरिए अपनी सैन्य नाकामियों को छुपाने और वैश्विक मंच पर जनरल मुनीर की सफलता को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
हालांकि वास्तविकता यह है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया। भारत ने लगभग 30 शहरों के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को हवा में ही रोक दिया। इसके साथ ही, एलओसी पर पाकिस्तान की घुसपैठ और गोलाबारी की कोशिशों को भी भारतीय सैनिकों ने विफल किया।

भारत की निर्णायक कार्रवाई के बाद 10 मई को पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार लगाई, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया। इस पूरी घटना ने पाकिस्तान की सैन्य रणनीति और स्थिति को गंभीर चुनौती दी है।