मास्को: भारत के सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने रूस पहुंचकर आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूती देने के लिए रूसी अधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की लोकसभा सदस्य कनिमोई के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में रूसी पक्ष को जानकारी देने के साथ पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद पर भी विस्तार से संवाद किया।
रूसी फेडरेशन एसेंबली के सदस्यों के साथ हुई बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। बैठक का नेतृत्व ‘ड्यूमा’ के अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के अध्यक्ष लियोनिद स्लटस्की ने किया। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने रूसी संघ की फेडरेशन काउंसिल के सदस्यों से भी मुलाकात की।

रूसी अधिकारियों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि रूस आतंकवाद के हर रूप के उन्मूलन के लिए भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि रूस और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं।
प्रतिनिधिमंडल का रूस के उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने स्मोलेंस्काया स्क्वायर स्थित विदेश मंत्रालय में गर्मजोशी से स्वागत किया। यह प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन के ड्रोन हमलों के बीच मास्को पहुंचा है। प्रतिनिधिमंडल स्थानीय थिंक-टैंक विशेषज्ञों के साथ भी बातचीत करेगा और इसके बाद स्लोवेनिया, यूनान, लातविया और स्पेन का दौरा करेगा।
इस यात्रा का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की वास्तविकता से अवगत कराना और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर सहयोग बढ़ाना है।