नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक और बड़ा कदम उठाते हुए गूगल की AI शाखा DeepMind के CEO डेमिस हासबिस ने घोषणा की है कि उनकी टीम एक ऐसा उन्नत AI टूल विकसित कर रही है, जो आपकी लिखने की शैली, भाषा और टोन को समझकर आपकी तरह ईमेल्स के उत्तर तैयार करेगा।
डिजिटल थकान से राहत दिलाएगा AI असिस्टेंट
SXSW फेस्टिवल में बोलते हुए हासबिस ने कहा, “मैं सच में चाहता हूं कि कोई मेरी ईमेल्स का बोझ संभाल ले। मैं इसके लिए हर महीने हजारों डॉलर देने को तैयार हूं।”
इस टूल को डिजिटल ओवरलोड से जूझ रहे लोगों के लिए समाधान के तौर पर देखा जा रहा है। यह न केवल ईमेल पढ़ेगा और समझेगा, बल्कि यूज़र की टोन में ही उसका उत्तर भी तैयार करेगा – ठीक वैसे, जैसे कि यूज़र खुद जवाब दे रहा हो।
ईमेल से आगे बढ़ेगा AI का दायरा
हासबिस ने स्पष्ट किया कि यह AI सिर्फ एक ईमेल असिस्टेंट नहीं रहेगा, बल्कि एक यूनिवर्सल डिजिटल असिस्टेंट होगा, जो यूज़र को सलाह देगा, कार्यों में मदद करेगा और कीमती समय बचाएगा।

AGI: अब इंसानों जैसी सोच वाला AI दूर नहीं
DeepMind के CEO ने यह भी बताया कि वे Artificial General Intelligence (AGI) – यानी इंसानों जैसी समझ रखने वाली AI – को अगले 5 से 10 सालों में संभव होते देख रहे हैं। उन्होंने इसे नई औद्योगिक क्रांति की संज्ञा दी।
वैश्विक सुरक्षा और समानता की वकालत
हासबिस ने अमेरिका, चीन और अन्य तकनीकी महाशक्तियों से अपील की कि वे AI की सुरक्षा, नियमों और नैतिक जिम्मेदारियों को लेकर मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि जब AI का असर पूरे विश्व पर पड़ेगा, तो उसकी जिम्मेदारी भी वैश्विक होगी।

सिर्फ अमीरों के लिए नहीं, सबके लिए हो AI
डेमिस हासबिस ने इस बात पर भी जोर दिया कि AI के जरिए पैदा होने वाली समृद्धि केवल अमीर और शक्तिशाली लोगों तक सीमित न रह जाए। इसका फायदा समाज के हर वर्ग तक पहुंचना चाहिए, तभी यह तकनीक सार्थक और न्यायपूर्ण मानी जाएगी।