पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर अपने असामान्य व्यवहार के चलते चर्चा में आ गए हैं। सोमवार को राजधानी पटना स्थित ललित नारायण मिश्र आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान एक असामान्य दृश्य देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री ने स्वागत में भेंट किए गए फूलों के गमले को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के सिर पर रख दिया। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक रूप से गमला भेंट कर किया गया, जो कि बिहार सरकार में बुके के स्थान पर पर्यावरण संरक्षण की भावना के तहत प्रचलित है। लेकिन जब डॉ. सिद्धार्थ ने उन्हें यह गमला सौंपा, तो मुख्यमंत्री ने अचानक गमले को अधिकारी के सिर पर रख दिया। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए डॉ. सिद्धार्थ ने संयम का परिचय दिया और गमले को तुरंत नीचे उतारते हुए पास खड़े कर्मचारी को सौंप दिया।
हालांकि इस घटना से वहां मौजूद लोग कुछ पलों के लिए स्तब्ध रह गए, लेकिन अधिकारी की सूझबूझ से माहौल शांत बना रहा और कार्यक्रम निर्विघ्न संपन्न हुआ।
समारोह में हुए विकास कार्यों का शिलान्यास
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास भी किया। इसमें 2.87 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एनेक्सी भवन, 4.90 करोड़ रुपये की लागत वाला वार्डन ब्लॉक, और 5.33 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाला स्टार्टअप ब्लॉक शामिल हैं।
पहले भी रह चुके हैं व्यवहार को लेकर चर्चा में
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इससे पूर्व भी सार्वजनिक मंचों पर अपने असामान्य व्यवहार के कारण सुर्खियों में रह चुके हैं। नवंबर 2023 में दरभंगा एम्स के शिलान्यास समारोह के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूने की कोशिश करते नजर आए थे, लेकिन पीएम ने उन्हें रोक दिया था। इसी तरह मार्च 2024 में पटना साहिब में आयोजित होली मिलन समारोह के दौरान वे बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद के चरण स्पर्श हेतु झुके, जिन्हें सांसद ने हाथ पकड़कर रोक दिया।
मुख्यमंत्री के ऐसे व्यवहार पर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बार-बार बहस छिड़ती रही है, वहीं उनके समर्थकों का कहना है कि यह उनकी सहजता और सरलता को दर्शाता है।