नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 पेश करते हुए किसानों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की लिमिट को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है। अब, देश भर के किसान 5 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उन्हें खेती-किसानी के लिए अधिक संसाधन मिलेंगे।
KCC की लिमिट बढ़ाने का उद्देश्य
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बदलाव की घोषणा करते हुए बताया कि किसानों को इस बढ़ी हुई लिमिट का लाभ जल्द ही मिलेगा। इस कदम का मुख्य उद्देश्य किसानों को अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करना और देश की कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहित करना है।
किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन की ब्याज दर
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर लोन मिलता है। इस लोन का उपयोग किसान बीज, उर्वरक, और अन्य खेती से जुड़े खर्चों के लिए कर सकते हैं।
KCC स्कीम की शुरुआत
किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम को 1998 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत किसानों को 9 फीसदी ब्याज पर शॉर्ट टर्म लोन मिलता है। सरकार की ओर से लोन पर 2 फीसदी की छूट भी दी जाती है। वहीं, जो किसान समय पर लोन चुकाते हैं, उन्हें प्रोत्साहन के तौर पर 3 फीसदी और छूट मिलती है। इसका मतलब है कि समय पर भुगतान करने वाले किसानों को यह लोन केवल 4 फीसदी सालाना ब्याज पर मिलता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ
- ब्याज दर: 4% वार्षिक
- लोन सीमा: अब 5 लाख रुपये
- किसानों की संख्या: 30 जून 2023 तक, 7.4 करोड़ से अधिक किसानों ने KCC का लाभ उठाया था।
- कुल बकाया: 8.9 लाख करोड़ रुपये से अधिक
आर्थिक विकास के लिए बड़ा कदम
वित्त मंत्री ने देश की आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जिनसे कृषि क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी।
निष्कर्ष
बजट 2025 में किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये करना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल किसानों को अधिक वित्तीय मदद मिलेगी, बल्कि खेती-किसानी के क्षेत्र में भी सुधार होगा, जिससे देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।