नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना को शुक्रवार को एक नया नेतृत्व मिला, जब एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी ने उप वायु सेना प्रमुख (Vice Chief of the Air Staff) के रूप में कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने एयर मार्शल एस.पी. धरकर का स्थान लिया, जो 30 अप्रैल 2025 को सेवानिवृत्त हुए। वायु सेना मुख्यालय, वायु भवन में आयोजित एक समारोह में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।

भारतीय वायु सेना ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए लिखा:
“परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और वायु सेना मेडल से सम्मानित एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी ने 2 मई 2025 को उप वायु सेना प्रमुख का पद ग्रहण किया।”
एक बहुआयामी सैन्य करियर
एयर मार्शल तिवारी का करियर विशिष्ट और प्रेरणादायक रहा है। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA), राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) और अमेरिकी एयर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र हैं। उन्हें जून 1986 में लड़ाकू पायलट के रूप में कमीशन मिला था। एनडीए से उत्तीर्ण होने पर उन्हें राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से भी नवाजा गया था।

3600 घंटे से अधिक उड़ान अनुभव
एयर मार्शल तिवारी को 3600 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है। वे एक क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर, एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट, और लड़ाकू विमान विशेषज्ञ हैं। उन्होंने मिराज-2000 समेत विभिन्न उन्नत विमानों का संचालन किया है और कई हथियार प्रणालियों के परीक्षण में प्रमुख भूमिका निभाई है।
कारगिल युद्ध में निभाई अहम भूमिका
उनकी युद्ध रणनीतियों और आक्रामक नेतृत्व का सबसे बड़ा उदाहरण कारगिल युद्ध के दौरान सामने आया। उन्होंने उस समय भारतीय वायु सेना की क्षमता को निर्णायक रूप से प्रस्तुत किया। उनके युद्ध कौशल और सेवा समर्पण के लिए उन्हें विशिष्ट सैन्य सम्मान भी प्रदान किए गए।

दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान का नेतृत्व भी किया
मई 2023 से, एयर मार्शल तिवारी दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान (SWAC) में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में सेवाएं दे रहे थे। वहां उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा, युद्ध तैयारियों और रणनीतिक संचालन को नई दिशा दी।