मुंबई। बॉलीवुड के ‘किंग ऑफ रोमांस’ शाहरुख खान आज 2 नवंबर को अपना 60 वां जन्मदिन मना रहे हैं। दुनिया भर के फैंस #HappyBirthdaySRK के साथ सोशल मीडिया पर बधाइयों की बौछार कर रहे हैं। मन्नत के बाहर फैंस का हुजूम उमड़ा, जो ‘जीने के हैं चार दिन’ और ‘बादशाह ओ बादशाह’ के नारे लगा रहा है। SRK ने बालकनी से हाथ हिलाकर फैंस का अभिवादन किया और कहा, “आपका प्यार ही मेरी असली जीत है।”
शाहरुख़ खान, जिन्हें ‘किंग खान’ के नाम से जाना जाता है, ने बॉलीवुड में अपनी एक अद्वितीय पहचान बनाई है। एक बार डेविड लेटरमैन के शो में शाहरुख़ ने कहा था, “मैं तो बस शाहरुख़ खान की मिथक का एक कर्मचारी हूं।” यह वाक्य शायद मजाक में कहा गया था, लेकिन इसके पीछे एक गहरी समझ थी कि वह न सिर्फ एक अभिनेता, बल्कि एक ब्रांड के रूप में खुद को देखते हैं। शाहरुख़ खान जानते हैं कि उनका मिथक क्या है और उसे हमेशा जीवित रखना, संजोना और आगे बढ़ाना उनका काम है।
दिल्ली की गलियों से निकला ब्रांड
शाहरुख़ का ब्रांड दिल्ली के मध्यमवर्गीय इलाकों से उभरा। उनका ब्रांड किसी मार्केटिंग मीटिंग में नहीं, बल्कि उस दौर में विकसित हुआ जब भारत अपनी आत्मनिर्भरता और वैश्विक पहचान की दिशा में कदम बढ़ा रहा था। उनके ब्रांड की शुरुआत एक रोमांटिक हीरो के तौर पर हुई, जिसने भारतीय पुरुषत्व की परिभाषा को नया रूप दिया। नब्बे के दशक में जब नायक मसल्स दिखाते और गरजते थे, शाहरुख़ मुस्कराते, सुनते और समझते थे। उन्होंने ‘संवेदनशीलता’ को एक आकर्षक पहलू बनाया और इसे अपने अभिनय में समाहित किया।
फिर शाहरुख़ ने ‘सोचने और बोलने वाला व्यक्ति’ का किरदार निभाया। उन्होंने अपने दिमाग और आत्म-जागरूकता से हर मंच पर एक नई ऊर्जा भरी। चाहे वह किसी टॉक शो में हो या अपनी बालकनी से सीधे जनता से बात करते हुए, शाहरुख़ ने आत्मविश्वासी भारत की छवि को स्थापित किया। वह एक ऐसे आदर्श बने जिनसे दुनिया भर के लोग प्रेरित होते हैं।
इसके बाद, शाहरुख़ खान ने पिता के रूप में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनका अभिनय स्नेही और चंचल पिता के रूप में देखा गया। वह अपने बेटे के संकट में बिना कोई शिकायत किए, बिना एक शब्द कहे, पूरे साहस के साथ खड़े रहे। यही वह छवि थी जिसने उन्हें दर्शकों के दिलों में और भी गहरे उतार दिया।

आईपीएल के साथ जुड़ाव और नई पीढ़ी से कनेक्शन
शाहरुख़ खान ने न सिर्फ पर्दे पर, बल्कि बाहरी दुनिया में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने आईपीएल की एक टीम का मालिक बनकर नई पीढ़ी के साथ जुड़ाव को और मजबूत किया। वह केवल एक वीआईपी बॉक्स में नहीं बैठे, बल्कि मैदान में उतरकर, धूप में खड़े होकर अपनी टीम का उत्साह बढ़ाते, उन्हें गले लगाते और जश्न मनाते थे। यह शाहरुख़ का एक नया पहलू था, जिसने उन्हें एक और पॉपुलर ब्रांड बना दिया।
कमबैक और अद्वितीय मौजूदगी
पचास के दशक में शाहरुख़ ने जब कमबैक किया, तो वह पुराने सितारों के विपरीत खुद को फिर से साबित करने में सफल रहे। उन्होंने दिखा दिया कि वह सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक ब्रांड हैं। शाहरुख़ खान का ब्रांड सिर्फ फिल्मी पर्दे तक सीमित नहीं है, बल्कि वह हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी में भी घुसे हुए हैं। उनका चेहरा हमारे बासमती चावल के पैकेट से लेकर कार के विज्ञापनों, बिस्किट, घड़ी और मोबाइल तक हर जगह दिखाई देता है। लोग असल में उन उत्पादों को नहीं, बल्कि शाहरुख़ खान की मौजूदगी से जुड़ी भावनाओं को खरीदते हैं – जैसे उम्मीद, विश्वास, आकांक्षा और अपनापन।

2023 और 2025 में धमाकेदार कमबैक
2023 में शाहरुख़ ने अपनी फिल्मों ‘पठान’, ‘जवान’ और ‘डंकी’ से बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था। अब 2025 में एक बार फिर वह अपने दर्शकों को दोहरी एंटरटेनमेंट देने के लिए तैयार हैं। इस साल उनकी कई फिल्में रिलीज़ होने जा रही हैं, जिनसे उम्मीद है कि वह बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई करेंगे। शाहरुख़ खान की यात्रा एक प्रेरणा है कि कैसे एक अभिनेता ने खुद को न केवल फिल्म इंडस्ट्री में, बल्कि भारत के सबसे बड़े ब्रांड्स में से एक के रूप में स्थापित किया।
