प्रयागराज। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 का बुधवार को भव्य समापन हो गया। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर 1.53 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य स्नान किया, जिससे कुल श्रद्धालुओं की संख्या 65 करोड़ के ऐतिहासिक आंकड़े को पार कर गई।
इतिहास रच गया महाकुंभ 2025
इस बार का महाकुंभ इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। योगी सरकार का दावा है कि इस आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अमेरिका की कुल आबादी (करीब 34 करोड़) से दोगुनी रही। यह संख्या दुनिया के 193 देशों की कुल आबादी से भी अधिक बताई जा रही है।
महाकुंभ की दिव्यता पर बॉलीवुड भी मोहित
महाकुंभ के आध्यात्मिक अनुभव से बॉलीवुड भी अछूता नहीं रहा। अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर लिखा,
“मुझे जो अनुभव हुआ, उसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। यह सिर्फ महसूस किया जा सकता है।”
भारतीय वायुसेना का रोमांचक एयर शो
महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व पर भारतीय वायुसेना ने श्रद्धालुओं के स्वागत में एयर शो का आयोजन किया। जब सुखोई, एएन-32 और चेतक हेलीकॉप्टर संगम के ऊपर से गुजरे, तो हजारों श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव, हर-हर गंगे, जय श्री राम और मोदी-योगी जिंदाबाद के जयघोष लगाए। वायुसेना की इस अद्भुत प्रस्तुति की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर छा गए।
डीजीपी का बड़ा बयान: बिना किसी त्रासदी के संपन्न हुआ महाकुंभ
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि महाकुंभ का आयोजन बेहतर प्रबंधन और तकनीक के समन्वय से सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
“महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के समाप्त हुआ। हमने रेलवे और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर भीड़ प्रबंधन किया, जिससे 5 लाख से अधिक श्रद्धालु प्रतिदिन रेलवे सेवाओं का लाभ उठा सके। यह हमारे लिए चुनौती नहीं, बल्कि एक अवसर था, जिसे हमने सफलतापूर्वक पूरा किया।”
आस्था और भव्यता का अद्भुत संगम
महाकुंभ 2025 ने न सिर्फ धार्मिक आस्था को बल दिया, बल्कि प्रबंधन और सुरक्षा की भी मिसाल पेश की। 45 दिनों तक चले इस भव्य आयोजन में भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। यह महाकुंभ सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और प्रशासनिक स्तर पर एक ऐतिहासिक आयोजन साबित हुआ।