ट्रंप की सख्त चेतावनी: अमृतसर में ही क्यों उतरा C-17 विमान?
हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अपनी सख्त नीति को जारी रखते हुए, अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को देश से निकालने का फैसला किया। इसी नीति के तहत, एक अमेरिकी सैन्य विमान C-17 ग्लोबमास्टर 205 भारतीयों को लेकर अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर यह कि आखिर अमृतसर को ही क्यों चुना गया?
अमृतसर को चुनने के मुख्य कारण:
- भौगोलिक स्थिति और प्रवासन की प्रवृत्ति: अमृतसर, पंजाब राज्य में स्थित है, जहां से बड़ी संख्या में लोग अवैध रूप से विदेश जाने का प्रयास करते हैं। इनमें से कई लोग “डंकी रूट” के जरिए अमेरिका पहुंचते हैं। इसलिए, अमृतसर हवाई अड्डा इन प्रवासियों की वापसी के लिए एक रणनीतिक स्थान माना गया।
- प्रवासियों की मूल राज्य: अमेरिका से निकाले गए 205 भारतीयों में से अधिकांश पंजाब, हरियाणा और गुजरात राज्यों से संबंधित थे। अमृतसर हवाई अड्डा इन राज्यों के लिए सबसे सुविधाजनक प्रवेश द्वार है, जिससे इन प्रवासियों को उनके गृह राज्यों में आसानी से भेजा जा सके।
- सुविधा और संसाधन: अमृतसर हवाई अड्डे पर बड़े समूहों को संभालने के लिए आवश्यक सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध हैं। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने इन प्रवासियों की प्रक्रिया और पुनर्वास के लिए विशेष व्यवस्थाएं की थीं।
ट्रंप प्रशासन की सख्ती
ट्रंप प्रशासन ने हमेशा अवैध प्रवासन के खिलाफ कठोर रुख अपनाया है। इस हालिया कदम ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका अपनी आव्रजन नीति को लेकर गंभीर है। वहीं, भारत सरकार ने इन प्रवासियों की वापसी के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान किया है।
यह घटना भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक और प्रवासन संबंधी चर्चाओं को फिर से तेज कर सकती है।