मुंबई। राजस्थान के अलवर में जन्मे अभिनेता जितेंद्र कुमार आज (1 सितंबर 2025) अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। कभी इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले जितेंद्र ने एक्टिंग को अपना जुनून बनाया और आज वेब सीरीज और फिल्मों के दम पर देशभर के दर्शकों के चहेते बन चुके हैं।
IIT से मुंबई तक का सफर
जितेंद्र का जन्म 1 सितंबर 1990 को अलवर में हुआ। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। शुरुआत में उन्होंने एक जापानी कंपनी में नौकरी भी की, लेकिन दिल एक्टिंग में ही लगा। कॉलेज के दिनों में थिएटर से जुड़ाव ने उनकी जिंदगी की राह बदल दी। हालांकि परिवार की ओर से विरोध और संघर्ष का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

‘कोटा फैक्ट्री’ से मिला ब्रेक
मुंबई आने के बाद जितेंद्र ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में अप्लाई किया, लेकिन रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। साल 2019 में आई वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। ‘जीतू भइया’ का किरदार इतना मशहूर हुआ कि स्टूडेंट्स ने उन्हें असल जिंदगी में भी मेंटर मान लिया।

‘पंचायत’ से छाए हर घर में
‘कोटा फैक्ट्री’ के बाद वेब सीरीज ‘पंचायत’ ने जितेंद्र को घर-घर तक पहुंचा दिया। गांव के सचिव जी के रूप में उन्होंने ग्रामीण भारत की सादगी और संघर्ष को बेहद सहजता से पर्दे पर उतारा। इस किरदार ने उन्हें अलग पहचान दिलाई और वे OTT प्लेटफॉर्म्स के सबसे चर्चित चेहरों में शामिल हो गए।

फिल्मों में भी दिखाई बहुमुखी प्रतिभा
OTT पर धमाल मचाने के बाद जितेंद्र ने बड़े पर्दे पर भी अपनी छाप छोड़ी। आयुष्मान खुराना के साथ फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में उनकी परफॉर्मेंस को खूब सराहा गया। चाहे कॉमेडी हो या इमोशन, जितेंद्र हर किरदार में जान डाल देते हैं।

नेट वर्थ और लग्जरी लाइफ
एक वक्त में 40 रुपये की दिहाड़ी कमाने वाले जितेंद्र आज करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी नेट वर्थ लगभग 7 करोड़ रुपये है। उनके पास आलीशान घर और लग्जरी कारों का कलेक्शन भी है।

क्यों हैं जितेंद्र खास
जितेंद्र कुमार की सबसे बड़ी ताकत है उनकी नेचुरल एक्टिंग और सादगी। यही कारण है कि बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई उनसे जुड़ाव महसूस करता है। आज उन्हें सही मायनों में ‘OTT का बादशाह’ कहा जाता है।