“एक राष्ट्र, एक चुनाव” संगोष्ठी में प्रस्ताव पारित
Bilaspur, अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय, रायपुर में शुक्रवार को “एक राष्ट्र, एक चुनाव” विषय पर आयोजित संगोष्ठी में इस व्यवस्था को लागू करने के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया गया। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे, जबकि अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री एवं बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव ने की।
श्री तोखन साहू ने अपने संबोधन में कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” विकसित भारत के निर्माण के लिए समय की मांग है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया एक क्रांतिकारी कदम बताया, जिससे देश में स्थिरता आएगी, प्रशासनिक लागत घटेगी और विकास कार्यों के लिए अधिक समय मिलेगा। उन्होंने बताया कि बार-बार चुनाव होने से देश को करीब 12,000 करोड़ रुपये की आर्थिक लागत आती है।
श्री अरुण साव ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और एक साथ चुनाव लोकतांत्रिक मजबूती के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में हाल ही में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एकसाथ कराकर इस दिशा में पहल की गई है, जिससे समय और संसाधनों की बचत हुई है।
संगोष्ठी में प्रधानमंत्री को “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता के लिए बधाई देते हुए प्रस्ताव पारित किया गया। कुलपति प्रो. ए.डी.एन. वाजपेई ने प्रस्ताव की प्रति केंद्रीय मंत्री को सौंपते हुए प्रधानमंत्री तक पहुंचाने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर विधायक धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, अमर अग्रवाल, सुशांत शुक्ला, क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी, महापौर पूजा विधानी समेत अनेक जनप्रतिनिधि, प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘कन्हार’ का ई-विमोचन भी किया गया।