इस्लामाबाद/नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कथित तौर पर निजी क्रिकेट लीगों में देश के नाम के दुरुपयोग पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बड़ा कदम बोर्ड की निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया। PCB का तर्क है कि भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ मैच न खेलने के कारण अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
निर्णय का पृष्ठभूमि
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ़ लीजेंड्स में भारतीय टीम द्वारा पाकिस्तान के साथ मुकाबला न करने पर व्यापक विरोध प्रकट हुआ था। इस विरोध में देशभर के भारतीय नागरिकों और राजनीतिक दलों ने जोरदार रुख अपनाया। इस घटना से पाकिस्तान की आंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा पर प्रश्नचिह्न लग गया और इसे इंटरनेशनल बेइज्जती का सामना करना पड़ा।
PCB का बड़ा ऐलान
इस सिलसिले में PCB ने घोषणा की है कि अब भविष्य में निजी संगठनों द्वारा पाकिस्तान के नाम का इस्तेमाल करने के लिए PCB की स्पष्ट अनुमति लेना अनिवार्य होगा। यदि कोई भी निजी संस्था बिना अनुमति के ‘पाकिस्तान’ नाम का उपयोग करती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। PCB का कहना है कि इस निर्णय से देश की छवि को नुकसान पहुंचने से रोका जा सकेगा।
अन्य देशों में उपयोग का प्रचलन
रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के नाम का उपयोग अमेरिका, केन्या और जिम्बाब्वे में आयोजित हो रही क्रिकेट लीगों में किया जा रहा है। PCB ने इस बात पर जोर दिया है कि ऐसे मामलों में उनके द्वारा नाम के उपयोग के अधिकार को बनाए रखा जाए और बिना अनुमति के किसी भी उपयोग पर रोक लगाई जाए।
भारतीय मैच से जुड़ा मुद्दा
WCL के दूसरे संस्करण में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा दो बार पाकिस्तान के साथ मैच से इनकार करने पर पाकिस्तान के नाम को ठेस पहुंची। यह घटनाक्रम 22 अप्रैल के कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और बाद में भारतीय एयर स्ट्राइक के बाद की घटनाओं से जुड़ा है, जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया था।