रायपुर। राजधानी में महाबोधि विहार की मुक्ति के लिए होने वाली ऐतिहासिक रैली को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बनाने के लिए पंचशील बौद्ध संघ ने व्यापक स्तर पर मोर्चा संभाल लिया है। संघ की नवनिर्वाचित सचिव भविंद्रा भालाधारे और संयुक्त सचिव रोहिणी बोरकर के नेतृत्व में संघ के समस्त सदस्यों ने राजेंद्र नगर की गलियों, चौक-चौराहों और मोहल्लों में घर-घर जाकर नागरिकों से सीधा संवाद किया और 27 जुलाई को देवेंद्र नगर में दोपहर 12 बजे आयोजित रैली में शामिल होकर आंदोलन को मजबूती देने की अपील की।

इस जनसंपर्क अभियान में इंद्रा आई बोरकर, अनीता वंजारीताई, रीमा गणवीर, लता खोब्रागाड़े , रविकांता वान्द्रे , दीपमाला वान्द्रे, साधना गायकावाड़ , पापीला मेश्राम और राखी सवार सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सभी ने एकजुट होकर रैली को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया, ताकि महाबोधि विहार की मुक्ति की आवाज़ राजधानी की हर गली और हर दिल तक पहुंचे।

संघ की ओर से बताया गया कि यह रैली केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि बौद्ध समाज की अस्मिता, अधिकार और ऐतिहासिक धरोहर की मुक्ति का महासंकल्प है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस महत्वपूर्ण क्षण के साक्षी बनें और भारी संख्या में पहुंचकर आंदोलन को नई ऊर्जा दें।
रविवार, 27 जुलाई को दोपहर 12 बजे देवेंद्र नगर में आयोजित इस ऐतिहासिक रैली में अधिक से अधिक लोगों की उपस्थिति आंदोलन को नई दिशा और ताकत देगी यही पंचशील बौद्ध संघ का संकल्प और संदेश है।