रायपुर : संविधान दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर में लोकतंत्र और अधिकारों की रक्षा का संदेश जोरदार तरीके से सामने आया। शनिवार को माना एयरपोर्ट में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग, नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री राजेंद्र पाल गौतम का कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया। स्वागत कार्यक्रम का नेतृत्व श्री सुंदरलाल जोगी, प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग, रायपुर (छत्तीसगढ़) ने किया। एयरपोर्ट पहुंचते ही गुलदस्ता भेंटकर उनका स्वागत किया गया और कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार नारे लगाए गए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे
प्रकाश बंदे (महामंत्री छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग), गीत सिंह लहरी (कार्यालय प्रभारी), तुलाराम टंडन,मारकंडे साहब,नंदू मारखंडा,पंडित अंजोर दास बंजारे,
राजेंद्र कुर्रे, तथा अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवा नेता उपस्थित थे। इस स्वागत कार्यक्रम में विशेष रूप से श्री सुनील कुमार, प्रभारी, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग ने भी भागीदारी निभाई।
एयरपोर्ट से सभी पदाधिकारियों ने आगे बढ़कर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में संविधान की रक्षा, सामाजिक समानता और अधिकारों के संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। अपने संबोधन में श्री सुंदरलाल जोगी ने कहा
“आज भारत में सभी कार्य संविधान के तहत ही हो रहे हैं, लेकिन इसी संविधान को कमजोर करने की कोशिशें भी खुलकर सामने आ रही हैं। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्गों के अधिकारों का खुलेआम हनन किया जा रहा है, जो डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के सिद्धांतों के खिलाफ है। यदि संविधान सुरक्षित रहेगा, तभी हम सभी सुरक्षित रहेंगे।
उन्होंने कहा कि “डॉ. अंबेडकर ने हमेशा शिक्षा, संघर्ष और संगठन को समाज की शक्ति बताया। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि यदि आप आगे नहीं बढ़ा सकते, तो कम से कम पीछे भी न जाने दें। आज वही समय है जब समाज को एकजुट होकर संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करना होगा।” उन्होंने चेताया कि सामाजिक विभाजन, जातिवाद और भेदभाव की ताकतें संविधान को कमजोर करना चाहती हैं, इसलिए हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह लोकतंत्र को बचाने के लिए खड़ा हो।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि संविधान ने सबको समान अधिकार दिया है और इसी संविधान ने वंचित समाज को शिक्षा, नौकरी, राजनीतिक प्रतिनिधित्व और न्याय का हक प्रदान किया। इसे चोट पहुंचाना राष्ट्र और लोकतंत्र दोनों के साथ विश्वासघात है। सभा में सामाजिक संगठन, बुद्धिजीवी वर्ग और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संविधान की रक्षा का संकल्प लेते हुए “जय भीम – जय संविधान” के नारे लगाए।
कार्यक्रम का समापन संविधान दिवस की ऐतिहासिक महत्ता को याद करते हुए किया गया, जिसमें राजेंद्र पाल गौतम ने समाज के युवाओं से अपील की कि वे संविधान के मूल्यों को अपनाएँ और लोकतंत्र की मजबूती के लिए आगे आएं।
