रायपुर : रायपुर के लालपुर इलाके में मिलावटी शराब का अब तक का सबसे बड़ा मामला सामने आया है। जिला आबकारी विभाग और स्टेट फ्लाइंग स्क्वॉड की संयुक्त टीम ने एक कंपोजिट शराब दुकान पर छापेमारी करते हुए 229 पेटी नकली शराब जब्त की है। इस कार्रवाई ने राजधानी समेत पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। जांच में सामने आया कि 203 पेटियों में घटिया और जहरीली शराब भरी गई थी, जबकि 24 पेटियों में गोवा ब्रांड के नाम पर नकली शराब तैयार कर ग्राहकों को बेचा जा रहा था। यह शराब लोगों की जान के साथ सीधा खिलवाड़ था।
मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इस घोटाले का मास्टरमाइंड शेखर बंजारे और उसके तीन साथी अब भी फरार हैं। आबकारी विभाग की टीमें उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। स्टेट फ्लाइंग स्क्वॉड प्रभारी नीलू सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि दुकान में अवैध गतिविधियां हो रही हैं, जिसके बाद संभागीय टीम के साथ मिलकर यह बड़ी कार्रवाई की गई।
जिला आबकारी उपायुक्त रामकृष्ण मिश्रा ने पुष्टि की है कि बरामद की गई शराब में मिलावट पाई गई है और यह गंभीर आपराधिक मामला है। विभाग ने जांच को गहन कर दिया है और इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि कहीं यह गिरोह प्रदेशभर में फैला तो नहीं है। यह मामला सिर्फ मिलावट का नहीं, बल्कि एक संगठित शराब माफिया नेटवर्क का संकेत है, जो प्रदेश में जहरीली शराब का कारोबार कर रहा है।
इस खुलासे ने प्रशासन और आम जनता दोनों को झकझोर दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि समय रहते यह कार्रवाई नहीं होती, तो यह घोटाला बड़ी जनहानि में बदल सकता था। सवाल उठता है कि ऐसे घातक कारोबार के पीछे किसका संरक्षण है और कब तक ऐसे रैकेट खुलेआम चलेंगे। अब निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि वह इस मिलावटी जहर के नेटवर्क को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर पाता है या नहीं।