राजधानी रायपुर के सर्किट हाउस के मिनी कॉन्फ्रेंस हॉल में मंगलवार को रैंप (Raising and Accelerating MSME Performance) योजना के अंतर्गत SME एक्सचेंज और वैकल्पिक वित्त पोषण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआईडीसी के कार्यपालक संचालक श्री आलोक त्रिवेदी ने की, जबकि उद्योग संचालनालय के संयुक्त संचालक श्री शिव राठौर भी गरिमामयी रूप से उपस्थित रहे।
कार्यशाला में NSE कलकत्ता (पश्चिम क्षेत्र) से पधारे प्रबंधक श्री अवीक गुप्ता ने SME एक्सचेंज प्लेटफॉर्म और NSE Emerge के माध्यम से वैकल्पिक वित्त पोषण के अवसरों, लिस्टिंग प्रक्रिया और बाजार में उद्यमों के प्रवेश के नियम-कायदों पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि किस तरह MSME इकाइयां पूंजी जुटाकर अपने कारोबार का विस्तार कर सकती हैं।
वेंचर कैपिटलिस्ट श्री किंजल गुप्ता ने स्टार्टअप्स के लिए पूंजी जुटाने की प्रक्रिया, निवेशकों के दृष्टिकोण और नवाचार आधारित व्यापार मॉडल के वित्तीय पक्षों पर अपने अनुभव साझा किए।
कार्यशाला में जिले के 35 स्टार्टअप्स, SME उद्योगों के प्रतिनिधि और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स मौजूद रहे। प्रतिभागियों ने वैकल्पिक वित्त पोषण के प्रति उत्साह दिखाते हुए विशेषज्ञों से अपने सवालों का समाधान प्राप्त किया।
इस आयोजन में उप संचालक श्री ऋतुराज ताम्रकार की महत्वपूर्ण भूमिका भी सराहनीय रही। कार्यशाला ने स्टार्टअप्स और MSMEs को आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के अनुरूप वित्तीय अवसरों की नई दिशा दिखाने का कार्य किया।