बालोद जिले में धरती आबा जनभागीदारी अभियान के तहत आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर जनजातीय समाज के हितग्राहियों के लिए राहत और सौगातों से भरपूर साबित हो रहा है। केंद्र सरकार की मंशा के अनुरूप इस अभियान का उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों में निवासरत आदिवासी वर्ग को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करना और उनकी समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित करना है।
जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम बड़भूम और डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम मंगलतराई में आयोजित शिविरों में बड़ी संख्या में ग्रामीणों को आयुष्मान भारत कार्ड, जनधन खाता, राशन कार्ड, सामाजिक पेंशन और पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का लाभ मिला।
ग्राम बड़भूम शिविर में हुआ लाभ:
- 13 हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए
- 2 जनधन खाते खोले गए
- 13 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया
ग्राम मंगलतराई शिविर में राहत के आंकड़े:
- 40 आयुष्मान कार्ड बनाए गए
- 16 लाभार्थियों को किसान सम्मान निधि का लाभ
- 4 को जनधन योजना से जोड़ा गया
- 11 हितग्राहियों को सामाजिक पेंशन का लाभ
- 4 नए राशन कार्ड बनाए गए
- सिकल सेल टेस्ट और निःशुल्क दवा वितरण भी किया गया

शिविर में आए ग्रामीणों ने सरकार के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें योजनाओं का लाभ लेने के लिए दूर-दराज़ नहीं जाना पड़ रहा। श्रीमती रीना मण्डावी, कविता सोरी, आरूषि, विरेन्द्र और तामेश ने कहा कि अपने ही गांव में आयुष्मान कार्ड बनवाना उनके लिए एक बड़ी सुविधा है।
धरती आबा जनभागीदारी अभियान ने जनजातीय समाज की मूलभूत आवश्यकताओं को स्थानीय स्तर पर पूरा कर उन्हें शासन की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया है। यह पहल न केवल सुविधाएं पहुंचाने का माध्यम बनी है, बल्कि शासन-प्रशासन और आदिवासी समुदाय के बीच एक मजबूत सेतु की भूमिका भी निभा रही है।