अहमदाबाद : 12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में एक भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI171, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद मेहमानीनगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गई। हादसे के समय हॉस्टल की कैंटीन में 35 से ज्यादा छात्र और स्टाफ लंच कर रहे थे। टक्कर के बाद इमारत में भीषण आग लग गई और तापमान लगभग 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। आग और धुएं से घबराए छात्र तीसरी और चौथी मंजिल से कूदकर जान बचाने की कोशिश करने लगे। इस घटना का एक डरावना वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें छात्र चादरों और कपड़ों से बनी रस्सियों और बालकनी की लोहे की जालियों के सहारे नीचे उतरते नजर आ रहे हैं। हालांकि वीडियो की पुष्टि न्यूज प्लस 21 द्वारा नहीं की गई है।

हादसे में कुल 274 लोगों की जान गई, जिनमें विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई। मृतकों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक शामिल थे। हॉस्टल और आसपास के इलाके में भी 30 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें चार एमबीबीएस छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी शामिल थीं। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मृत्यु हो गई। चमत्कारिक रूप से ब्रिटिश-भारतीय मूल के विशवास कुमार रमेश, जो सीट 11ए पर बैठे थे, अकेले जीवित बचे। उन्होंने बताया कि वे विमान के आपातकालीन निकास द्वार के पास बैठे होने के कारण समय रहते बाहर निकलने में सफल रहे।
हादसे के बाद विमान और हॉस्टल में लगी आग के कारण कई शव इतनी बुरी तरह जल गए कि उनकी पहचान मुश्किल हो गई। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की। अमित शाह ने बताया कि शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण शुरू किया गया है, जिसमें अब तक 135 नमूनों का मिलान किया जा चुका है और 101 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी घटनास्थल पर पहुंचे और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। यह हादसा भारत के विमानन इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में एक बन गया है, जिसने देशभर को गहरे शोक में डुबो दिया।