इंदौर: इतिहास, सम्मान और विकास, इन तीनों का संगम 31 मई को इंदौर में देखने को मिलेगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश की पहली मेट्रो सेवा का उद्घाटन करेंगे। यह सिर्फ एक मेट्रो सेवा की शुरुआत नहीं होगी, बल्कि देश की महान वीरांगनाओं को समर्पित एक प्रेरणादायक पहल भी होगी।
पहला चरण: 5.9 किलोमीटर, 5 ऐतिहासिक स्टेशन
इंदौर मेट्रो का पहला फेज 5.9 किलोमीटर लंबा है और इसमें 5 प्रमुख स्टेशन शामिल हैं। खास बात यह है कि इन स्टेशनों के नाम उन वीर महिलाओं और ऐतिहासिक शौर्य घटनाओं पर रखे गए हैं, जिन्होंने भारत के स्वाभिमान को ऊंचाइयों तक पहुंचाया:
- ऑपरेशन सिंदूर स्टेशन – पाकिस्तान के खिलाफ किए गए विशेष सैन्य ऑपरेशन को समर्पित
- देवी अहिल्या स्टेशन – इंदौर की गौरवशाली शासिका देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम
- रानी दुर्गावती स्टेशन – गोंडवाना साम्राज्य की वीर रानी
- अवंतिका स्टेशन – प्राचीन उज्जयिनी नगरी अवंतिका के सम्मान में
- झलकारी बाई स्टेशन – 1857 की क्रांति की अद्वितीय वीरांगना
उद्घाटन के बाद पहले हफ्ते फ्री सफर
जनता को इस नई सुविधा से जोड़ने के लिए सरकार ने फैसला किया है कि उद्घाटन के बाद पहले सप्ताह मेट्रो में यात्रा पूरी तरह निशुल्क होगी। यह कदम न सिर्फ नागरिकों को सुविधा देगा बल्कि सेवा को जन-सामान्य के बीच लोकप्रिय भी बनाएगा।
स्टेशन पर होगी वीरांगनाओं की झलक
नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जानकारी दी कि प्रत्येक स्टेशन पर उस वीरांगना की प्रतिमा या फोटो गैलरी स्थापित की जाएगी, जिनके नाम पर स्टेशन रखे गए हैं। गांधी नगर स्टेशन पर विशेष रूप से देवी अहिल्याबाई होलकर की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह मेट्रो सिर्फ एक आधुनिक परिवहन साधन नहीं, बल्कि यह प्रदेश के आत्मगौरव और हमारी बेटियों के साहस की प्रेरणा बनेगी।”