नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 सितंबर को देश को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। इस दौरान उन्होंने ‘स्वदेशी का मंत्र’ दोहराते हुए लोगों से मेड इन इंडिया उत्पाद खरीदने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि हमें हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 22 सितंबर से पूरे देश में GST की नई दरें लागू हो जाएंगी और इसके साथ ही GST बचत उत्सव की शुरुआत होगी।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- GST बचत उत्सव की शुरुआत – प्रधानमंत्री ने कहा कि 22 सितंबर से देश में GST की नई दरें लागू होंगी, जिससे लोगों की जेब पर बोझ कम होगा और रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी।
- स्वदेशी का आह्वान – पीएम मोदी ने नागरिकों से अपील की कि वे मेड इन इंडिया सामान खरीदें। उन्होंने कहा कि जैसे स्वतंत्रता संग्राम में स्वदेशी का मंत्र ताकत बना, वैसे ही आज समृद्धि का रास्ता भी स्वदेशी से होकर जाएगा।
- विकास की रफ्तार तेज़ होगी – मोदी ने कहा कि GST रिफॉर्म्स भारत की ग्रोथ स्टोरी को एक्सलेरेट करेंगे और देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती देंगे।
- व्यापार में आसानी – पीएम ने बताया कि GST लागू होने से कारोबारियों को लाभ मिलेगा और व्यापार करना आसान होगा। पहले अलग-अलग राज्यों के टैक्स नियमों की वजह से दिक्कतें आती थीं, अब पूरे देश में एक समान टैक्स व्यवस्था होगी।
- 2014 से सुधार की यात्रा – मोदी ने याद दिलाया कि 2014 से पहले टैक्स और टोल का जाल फैला था। सरकार ने सभी राज्यों से चर्चा कर 2017 में ऐतिहासिक GST सुधार लागू किया।
- रिफॉर्म की निरंतर प्रक्रिया – प्रधानमंत्री ने कहा कि सुधार (Reform) एक सतत प्रक्रिया है और समय के हिसाब से बदलाव जरूरी होते हैं। GST से देश दर्जनों टैक्स के जाल से मुक्त हो चुका है।
- 99% चीजें सस्ती – मोदी ने कहा कि रोजमर्रा के 99 फीसदी सामान पर केवल 5% टैक्स लगेगा या वे टैक्स फ्री होंगे। इससे आम लोगों की जिंदगी आसान होगी।
- मिडिल क्लास को राहत – इनकम टैक्स में बदलाव और 12 लाख तक टैक्स छूट जैसे फैसलों ने मिडिल क्लास की आर्थिक स्थिति बेहतर की है। GST में कटौती ने भी उनके सपने पूरे करना आसान बना दिया है।
- 2.5 लाख करोड़ की बचत – प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बीते एक साल के फैसलों से देशवासियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये की सीधी बचत हुई है।
- नागरिक देवो भवः – पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों को “नागरिक देवो भवः” के मंत्र के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उनका विश्वास है कि जनता और सरकार मिलकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करेंगे।