नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 17 अगस्त 2025 को दिल्ली-एनसीआर के लिए दो मेगा सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-II) और द्वारका एक्सप्रेसवे (दिल्ली सेक्शन) शामिल हैं। लगभग ₹11,000 करोड़ की लागत से तैयार इन परियोजनाओं के शुरू होने से राजधानी और आसपास के इलाकों में ट्रैफिक मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
गुरुग्राम से IGI एयरपोर्ट तक अब सिर्फ 20 मिनट
अब तक जहां गुरुग्राम से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचने में 1 से 1.5 घंटे लगते थे, वहीं इन परियोजनाओं के शुरू होने के बाद सफर महज 20 मिनट का रह जाएगा। इसी तरह सिंघु बॉर्डर से द्वारका तक का सफर, जो पहले ढाई घंटे में पूरा होता था, अब केवल 40 मिनट में तय हो सकेगा।
UER-II: ट्रैफिक दबाव से मिलेगी राहत
UER-II के शुरू होने से रोज़ाना दिल्ली में प्रवेश करने वाले लगभग 3 लाख वाहनों को शहर के भीतरी इलाकों से नहीं गुजरना पड़ेगा। इससे रिंग रोड, NH-48, NH-44 और बारापुला जैसे प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे: दिल्ली का नया हाई-स्पीड कॉरिडोर
10.1 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली के शिव मूर्ति चौक से द्वारका सेक्टर-21 तक फैला है। करीब ₹5,360 करोड़ की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे में 5 किलोमीटर लंबी सुरंग भी शामिल है, जो सीधे IGI एयरपोर्ट से जुड़ती है। यह मार्ग यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर, बिजवासन रेलवे स्टेशन, ब्लू और ऑरेंज मेट्रो लाइन, और क्लस्टर बस डिपो से जुड़कर मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा।
पर्यावरण के अनुकूल निर्माण
UER-II परियोजना की खासियत यह है कि इसमें 10 लाख मीट्रिक टन मलबे का पुनः उपयोग किया गया। यह मलबा दिल्ली के कूड़ा स्थलों से निकाला गया था, जिससे न सिर्फ लागत घटी बल्कि पर्यावरण को भी राहत मिली।
उद्घाटन समारोह
लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मौजूद रहे। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि “ये सड़कें न केवल सफर आसान बनाएंगी बल्कि दिल्ली-एनसीआर की आर्थिक गतिविधियों और शहरी विकास को नई रफ्तार देंगी।”