नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए रोजगार मेले के 16वें संस्करण में 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर पीएम मोदी ने नियुक्ति पाने वाले युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह मेला युवाओं को सशक्त बनाने और विकसित भारत के निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार का संकल्प है – बिना पर्ची, बिना खर्ची। आज 51 हजार से ज्यादा युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी मिली है। अब तक ऐसे रोजगार मेलों के माध्यम से लाखों युवाओं को नौकरी मिल चुकी है।”
मोदी ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि भारत की दो सबसे बड़ी ताकतें हैं – जनसांख्यिकी और लोकतंत्र। उन्होंने कहा कि हाल ही में पांच देशों की यात्रा के दौरान भारत ने जो समझौते किए, उनसे भारत के युवाओं को वैश्विक स्तर पर भी नए अवसर मिलेंगे।
नई योजना का ऐलान: पहली नौकरी की पहली सैलरी में सरकार की भागीदारी
प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार ने हाल ही में ‘रोजगार प्रोत्साहन योजना’ को मंजूरी दी है। इसके तहत प्राइवेट सेक्टर में पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को सरकार 15,000 रुपये देगी। इसके लिए सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये का बजट तय किया है, जिससे लगभग 3.5 करोड़ रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और “मिशन मैन्युफैक्चरिंग” जैसे अभियानों से युवाओं के लिए और भी नौकरियों के अवसर बनेंगे। रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भी बड़ी छलांग देखने को मिली है, जो 1.25 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है।
प्रधानमंत्री का संदेश युवाओं को:
“आपका काम, आपका दायित्व अब सिर्फ नौकरी नहीं है, यह राष्ट्र सेवा है। आने वाले 20-25 साल आपके करियर के लिए तो महत्वपूर्ण हैं ही, साथ ही देश के विकास के लिए भी निर्णायक काल है। सरकार का काम अब अवरोध नहीं, अवसर बनाना है।”
प्रधानमंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने कर्तव्यों को विकसित भारत के संकल्प के साथ आत्मसात करें और देश को अमृतकाल में नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अपनी भूमिका निभाएं।