विंडहोक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवा ने उन्हें भव्य समारोह में प्रदान किया। यह सम्मान विशिष्ट सेवा, दूरदर्शी नेतृत्व और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में अहम योगदान के लिए दिया जाता है।
इस सम्मान का नाम वेल्वित्चिया मिराबिलिस नामक एक प्राचीन रेगिस्तानी पौधे के नाम पर रखा गया है, जो नामीबियाई संस्कृति में लचीलापन और दृढ़ता का प्रतीक है। यह पुरस्कार वर्ष 1995 में स्थापित हुआ था और पीएम मोदी इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय नेता बन गए हैं।
पांच देशों की यात्रा में चौथा सम्मान
नामीबिया दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को यह 27वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और उनकी मौजूदा यात्रा का चौथा सम्मान प्राप्त हुआ है। राजधानी विंडहोक स्थित स्टेट हाउस में प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक स्वागत हुआ। भारतीय राष्ट्रगान की गूंज के बीच उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इसके पश्चात् उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक “हीरोज़ एकर” पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जहाँ देश के 174 वीर नायकों की समाधियाँ स्थित हैं।

भारत-नामीबिया संबंधों में नई ऊर्जा
पीएम मोदी और नामीबियाई राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय वार्ता में डिजिटल टेक्नोलॉजी, रक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, खनिज और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति बनी। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए बताया कि व्यापार और पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र में भी साझेदारी को विस्तार देने पर चर्चा हुई है।
प्रोजेक्ट चीता में नामीबिया के सहयोग के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष आभार जताया। वर्ष 2022 में नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाना दुनिया का पहला अंतरमहाद्वीपीय मांसाहारी स्थानांतरण था, जो दोनों देशों के बीच भरोसे का प्रतीक है।
आर्थिक संबंधों में मजबूती
2023-24 में भारत और नामीबिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार 814 मिलियन डॉलर तक पहुँच गया, जिसमें भारतीय निर्यात की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही। इसके साथ ही नामीबिया में भारतीय कंपनियों ने लगभग 800 मिलियन डॉलर का निवेश किया है, जो मुख्य रूप से जस्ता और हीरे के खनन क्षेत्र में केंद्रित है।