मंत्री विजय शाह के बयान से मचा बवाल, कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने की बर्खास्तगी की मांग
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उन्होंने भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर एक बेहद आपत्तिजनक बयान दे दिया है, जिसे लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। विजय शाह ने महू में एक जनसभा के दौरान बोलते हुए कहा कि “जिन लोगों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करा दी।”
इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और मंत्री को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा है कि, “विजय शाह ने देश की बहादुर बेटी कर्नल सोफिया को पाकिस्तानी समाज की बहन कहकर न सिर्फ उनका अपमान किया है, बल्कि सेना और महिलाओं का भी अपमान किया है।”
विवादित बयान में क्या कहा विजय शाह ने?
महू में दिए गए बयान में विजय शाह ने कहा:
“जिन्होंने हमारी बहनों के सिंदूर उजाड़े थे, मोदी जी ने उन लोगों को उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करवाई। उन्होंने कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा था। मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते थे, इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा कि अगर तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करेगी।”
इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। कई रिटायर्ड आर्मी अफसरों ने भी नाराजगी जाहिर की है और कहा कि “राजनीति में सेना को इस तरह घसीटना निंदनीय है।”
विजय शाह की सफाई: “बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया”
विवाद बढ़ने के बाद मंत्री विजय शाह ने सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान गलत संदर्भ में लिया गया है। उन्होंने कहा:
“मेरे कहने का मतलब था कि जिन्होंने हमारी बहनों को विधवा किया, उन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है।”
कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा:
“कर्नल सोफिया भारतीय सेना की पहली मुस्लिम महिला अधिकारी हैं, जो UN मिशन का हिस्सा रह चुकी हैं। उनके सम्मान पर इस तरह की टिप्पणी देश के हर नागरिक का अपमान है। भाजपा को तुरंत विजय शाह को मंत्री पद से हटाना चाहिए।”
सेना पर राजनीति: चिंता की बात
विशेषज्ञों का मानना है कि राजनीतिक मंच से सेना के अधिकारियों पर इस तरह की बयानबाजी न सिर्फ लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि सेना की गैर-राजनीतिक छवि को भी प्रभावित करती है।
निष्कर्ष
मंत्री विजय शाह का यह बयान अब केवल राजनीतिक विवाद नहीं रहा, बल्कि इससे सेना, महिला सम्मान और सामाजिक समरसता जैसे मुद्दे भी जुड़ गए हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस पर क्या रुख अपनाती है — माफी, दूरी या बर्खास्तगी?