मुंबई। पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में तेजी से बढ़ता चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब मछलीपट्टनम से 100 किलोमीटर और काकीनाडा से 180 किलोमीटर दूर स्थित है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को यह अपडेट जारी किया है। विभाग ने आंध्र प्रदेश के 19 जिलों में रेड अलर्ट घोषित कर भारी बारिश की चेतावनी दी है। पड़ोसी राज्यों तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक में भी बारिश का अनुमान है। तूफान की रफ्तार 100 किमी/घंटा तक पहुंच चुकी है, जो मंगलवार शाम-रात काकीनाडा के आसपास तट से टकरा सकता है।
35+ उड़ानें कैंसिल: शमशाबाद-विजयवाड़ा रूट पर असर
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, तेलंगाना के शमशाबाद हवाई अड्डे और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम व राजमुंद्री हवाई अड्डों के बीच 35 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। काकीनाडा तट पर तूफान के पहुंचने से इंदिरा गांधी एयरलाइंस की 30, एयर इंडिया की 2 और एयर इंडिया एक्सप्रेस की 5 उड़ानें प्रभावित हुईं। हवाई यात्रियों को वैकल्पिक रूट्स पर री-बुकिंग की सलाह दी गई है।
100 किमी/घंटा की हवाएं: रेड अलर्ट, तटवर्ती इलाकों में अलर्ट
IMD के अनुसार, ‘मोंथा’ उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। विशाखापत्तनम से 270 किमी दूर स्थित तूफान की हवाओं की रफ्तार 110 किमी/घंटा तक पहुंच चुकी है। मंगलवार शाम-रात में यह गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में काकीनाडा के पास तट पार कर सकता है। हवाओं की रफ्तार 90-100 किमी/घंटा रहेगी, जो 110 किमी/घंटा तक तेज हो सकती है। आंध्र प्रदेश के 19 जिलों में रेड अलर्ट जारी है, जहां भारी तबाही का खतरा है।
| राज्य | अलर्ट | प्रभाव |
|---|---|---|
| आंध्र प्रदेश | 19 जिलों में रेड अलर्ट | भारी बारिश, 100 किमी/घंटा हवाएं |
| तमिलनाडु | ऑरेंज अलर्ट | मध्यम-भारी बारिश |
| तेलंगाना | येलो अलर्ट | हल्की-मध्यम बारिश |
| केरल-कर्नाटक | येलो अलर्ट | हल्की बारिश |
रेलवे तैयार: वॉर रूम सक्रिय, ट्रेन निगरानी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और गुंटूर मंडलों को सतर्क किया है। मंडल स्तर पर ‘वॉर रूम’ सक्रिय कर दिए गए हैं। जरूरी सामग्री, मशीनरी और स्टाफ की तैयारी हो रही है। यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए ट्रेन संचालन की कड़ी निगरानी होगी।
तूफान का अपडेट: 10 किमी/घंटा की रफ्तार
IMD ने बताया कि ‘मोंथा’ दोपहर 1:30 बजे केंद्रित हो गया और पिछले घंटे में 10 किमी/घंटा की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में सरका। मछलीपट्टनम-कलिंगपट्टनम के बीच तट पार करने का अनुमान है। तटीय इलाकों में बाढ़, पेड़ गिरने और बिजली गुल का खतरा है।
