राजगढ़। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में लाडली बहना योजना के राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने 1 करोड़ 26 लाख 89 हजार लाडली बहनों के खातों में ₹1859 करोड़ की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की। साथ ही, उज्ज्वला योजना के तहत 28 लाख से अधिक लाभार्थी बहनों को ₹43.90 करोड़ की सहायता राशि हस्तांतरित की गई। विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य हितलाभ भी वितरित किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ सीएम ने दीप प्रज्ज्वलन और कन्या पूजन के साथ किया।
रक्षाबंधन: भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के अटूट रिश्ते और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने श्रीकृष्ण और द्रौपदी की रक्षाबंधन कथा का जिक्र करते हुए कहा, “यह पर्व नारी गरिमा और सामाजिक सुरक्षा का संदेश देता है। श्रीकृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा का संकल्प निभाया, जो इस रिश्ते की शक्ति को दर्शाता है।” उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार बहनों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
ऑपरेशन सिंदूर: 15 अगस्त की थीम
सीएम ने ऐलान किया कि इस बार स्वतंत्रता दिवस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से मनाया जाएगा। उन्होंने कहा, “भारतीय संस्कृति में भाई अपनी बहन के सुहाग की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आतंकी घटनाएं खत्म हुई हैं। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुश्मनों को सबक सिखाया गया है। जब देश सुरक्षित रहेगा, तभी भाई-बहन का रिश्ता मजबूत होगा।” उन्होंने भारत को माता के रूप में देखने की परंपरा का उल्लेख करते हुए ‘भारत माता की जय’ का नारा बुलंद किया।

लाडली बहना योजना: 3000 रुपये तक बढ़ेगी राशि
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहना योजना के तहत दी जाने वाली मासिक राशि ₹1000 से बढ़ाकर ₹1250 की जा चुकी है, और अगस्त में ₹250 के रक्षाबंधन शगुन के साथ ₹1500 ट्रांसफर किए गए हैं। दीपावली के बाद हर महीने ₹1500 और 2028 तक यह राशि ₹3000 तक पहुंचाई जाएगी। अब तक 41 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि लाडली बहनों को वितरित की जा चुकी है। उन्होंने गुना-शिवपुरी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां की बहनों ने दुख के बीच भी उत्साह के साथ उनका स्वागत किया।
स्व-सहायता समूह और गौपालन को बढ़ावा
सीएम ने बताया कि स्व-सहायता समूहों के जरिए कई बहनें लखपति बन रही हैं। सरकार रोजगार आधारित उद्योगों में काम करने वाली बहनों को ₹6000 और भाइयों को ₹5000 की सहायता देगी। गौपालन योजना के तहत बहनों को 35% अनुदान दिया जा रहा है, जिससे दूध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, कार्यस्थलों पर बहनों के लिए हॉस्टल बनाए जा रहे हैं।

नरसिंहगढ़ के लिए विकास की सौगात
मुख्यमंत्री ने नरसिंहगढ़ के बैजनाथ धाम के जीर्णोद्धार और परिसर में चार भव्य द्वार निर्माण की घोषणा की। कुरावर में छात्र-छात्राओं के लिए शासकीय महाविद्यालय खोला जाएगा। सिंचाई क्षेत्र बढ़ाने के लिए नेवज नदी को पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में नरसिंहगढ़ और ब्यावरा मेट्रोपोलिटन सिटी का हिस्सा बनेंगे।
‘आकांक्षा हाट’ का शुभारंभ
कार्यक्रम में नीति आयोग के ‘संपूर्णतः अभियान’ के तहत ‘आकांक्षा हाट’ का उद्घाटन किया गया, जो 7 से 10 अगस्त तक चलेगा। इस आयोजन में स्व-सहायता समूहों के हस्तशिल्प, खाद्य उत्पादों और स्थानीय प्रतिभाओं की प्रदर्शनी लगाई गई। सीएम ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को बढ़ावा देने की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण को मजबूती देगा।
रोड शो और राखी बंधन
नरसिंहगढ़ में अर्जुन तिराहा से बस स्टैंड तक आयोजित रोड शो में मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत हुआ। नगरवासियों ने ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा के साथ उनका अभिनंदन किया। बहनों ने कलश यात्रा निकाली और सीएम को राखी बांधी। लाडली बहनों ने कहा, “हमारे भैया डॉ. मोहन यादव ने हमें आर्थिक सहायता के साथ-साथ सम्मान और आत्मीयता दी है।” सीएम ने बहनों को झूला झुलाकर और वृहद राखी भेंट स्वीकार कर उनका स्नेह लौटाया।