जकार्ता/पश्चिम जावा। इंडोनेशिया के पश्चिम जावा प्रांत के सिरेबोन जिले में शुक्रवार को एक पत्थर की खदान धंसने से दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। हादसे में अब तक कम से कम 10 मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। मलबे में अभी भी कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
अचानक धंसी खदान, मचा हड़कंप
प्राकृतिक पत्थर की यह खदान शुक्रवार को उस समय धंसी, जब इसमें दो दर्जन से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, खदान का ऊपरी हिस्सा अचानक भरभराकर गिर पड़ा, जिससे वहां काम कर रहे मजदूरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय प्रशासन की पुष्टि
पश्चिम जावा की स्थानीय पुलिस प्रमुख सुमारनी ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक 10 मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं, जबकि छह घायल मजदूरों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई मजदूर अभी भी लापता हैं और मलबे में दबे हो सकते हैं।
राहत और बचाव कार्य में बाधाएं
सुमारनी के अनुसार, राहत कार्य में पांच खुदाई मशीनों की मदद ली जा रही है। पुलिस, आपातकालीन कर्मी, सेना और स्थानीय स्वयंसेवक मिलकर लापता लोगों को खोजने में जुटे हुए हैं। हालांकि ढीली मिट्टी के कारण लगातार भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आ रही हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन शनिवार तक जारी रहने की संभावना
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि राहत कार्य शनिवार तक जारी रह सकता है। जब तक अंतिम लापता व्यक्ति को बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक ऑपरेशन बंद नहीं किया जाएगा। प्रशासन के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मलबे में कुल कितने लोग फंसे हुए हैं।
खनन सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस हादसे के बाद इंडोनेशिया में खनन उद्योग में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खदानों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय न होने के कारण इस तरह की घटनाएं होती हैं। घटना ने एक बार फिर खनन क्षेत्र में सुरक्षा नियमों की अनदेखी और मजदूरों की जान को होने वाले जोखिमों की तरफ ध्यान खींचा है।