रायपुर/मैनपाट। केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान का छत्तीसगढ़ दौरा कई मायनों में खास रहा। मैनपाट के विश्व प्रसिद्ध स्थल ‘उल्टा पानी’ का भ्रमण कर उन्होंने न सिर्फ प्रकृति के चमत्कार को नजदीक से देखा बल्कि छत्तीसगढ़ के पर्यटन, महिला सशक्तिकरण, आवास योजनाओं और कृषि विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण संदेश भी दिए।
‘उल्टा पानी’ ने किया हैरान – “जीवन में पहली बार देखा ऐसा चमत्कार”
मैनपाट के अद्भुत स्थल ‘उल्टा पानी’ पहुंचकर शिवराज सिंह चौहान ने कागज की नाव तैराकर और एसपी की गाड़ी में बैठकर उल्टे बहाव का प्रत्यक्ष अनुभव लिया। उन्होंने कहा “यह मेरे जीवन का पहला अनुभव है कि पानी नीचे से ऊपर की ओर बह रहा है। यह प्रकृति का दुर्लभ चमत्कार है।” उन्होंने इस स्थल को पर्यटन के रूप में विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया ताकि देश-विदेश से पर्यटक इसे देखने आएं और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें।
‘लखपति दीदी’ से मजबूत होंगी महिलाएं
‘उल्टा पानी’ स्थल पर शिवराज ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद किया और उनकी मेहनत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा “महिलाएं जब आत्मनिर्भर बनती हैं, तो परिवार, समाज और देश मजबूत होता है। हम ‘लखपति दीदी’ योजना को और तेजी से आगे बढ़ाएंगे ताकि कोई भी महिला मजबूरी में हाथ न फैलाए।” उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ की ‘महतारी वंदन योजना’ से जोड़ते हुए महिला सशक्तिकरण के मॉडल की बात कही।
हर गरीब को मिलेगा मकान – ‘मोर आवास, मोर अधिकार’
मंत्री ने बताया कि 2018 की पात्रता सूची में शामिल सभी जरूरतमंदों को सरकार ने मकान उपलब्ध करा दिए हैं। “अब नए सर्वे के आधार पर और भी पात्र लोगों को मकान मिलेंगे। हमारा संकल्प है – छत्तीसगढ़ में कोई भी गरीब बेघर न रहे,” उन्होंने कहा।
उन्नत खेती के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण
कृषि मंत्री के तौर पर चौहान ने कहा “छत्तीसगढ़ में खेती की अपार संभावनाएं हैं, विशेषकर पहाड़ी और आदिवासी इलाकों में।”
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार वैज्ञानिकों की टीम के साथ मिलकर फसलों की पैदावार बढ़ाने, जलवायु अनुकूल फसलों की पहचान और स्मार्ट खेती तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी।
भाजपा सांसद-विधायकों को मिलेगा व्यावहारिक प्रशिक्षण
मैनपाट में आयोजित भाजपा सांसद-विधायक प्रशिक्षण शिविर की उपयोगिता बताते हुए शिवराज ने कहा “यह शिविर हमारे जनप्रतिनिधियों को बेहतर आचरण, प्रशासनिक दक्षता और जनसेवा के लिए तैयार करता है। योजनाओं के प्रचार और जमीन से जुड़े मुद्दों की समझ को मजबूत करने में यह शिविर सहायक है।”