डिजिटल क्रांति से जन-जन को राहत, “आमचो बस्तर” पोर्टल बना ग्रामीणों की नई आवाज
बस्तर, 4 अगस्त 2025 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में सुशासन और डिजिटल नवाचार का प्रभाव अब धरातल पर साफ दिखने लगा है। बस्तर जिले में कलेक्टर श्री हरिस एस. की पहल पर शुरू हुआ “आमचो बस्तर” जन शिकायत निवारण पोर्टल ग्रामीण अंचलों के लोगों के लिए वरदान बनकर उभरा है। यह पोर्टल न केवल त्वरित समाधान उपलब्ध करवा रहा है, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही को भी नई दिशा दे रहा है।
ग्रामीणों को राहत: बंद पड़े सोलर पंप संयंत्र फिर से हुए शुरू
घाटकवाली (जुनापारा) और तुसेल (जुनापारा) गांवों में खराब पड़े सोलर ड्यूल पंप संयंत्रों की शिकायतें आमचो बस्तर पोर्टल के माध्यम से प्राप्त हुईं। घाटकवाली के श्री पदमनाग कश्यप की शिकायत पर क्रेडा विभाग ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए 28 जुलाई को संयंत्र को दोबारा चालू कर दिया। वहीं, तुसेल ग्राम में भी 3 अगस्त को जल जीवन मिशन योजना के तहत तकनीकी मरम्मत कर पेयजल आपूर्ति बहाल की गई।
इन मरम्मत कार्यों से वर्षा ऋतु के दौरान ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है, जिससे लोगों में प्रशासन के प्रति भरोसा और उत्साह बढ़ा है।
शिकायत पंजीकरण अब और आसान
“आमचो बस्तर” पोर्टल के जरिए अब ग्रामीण नागरिक भूमि, राजस्व, पेंशन, राशन जैसे विषयों पर सीधे अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। मोबाइल ऐप, वेबसाइट या ग्राम सचिवालय में उपलब्ध QR कोड के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। नेटवर्क न होने की स्थिति में ‘सेव ड्राफ्ट’ फीचर की सुविधा भी दी गई है।
यह पोर्टल जनदर्शन, राजस्व पखवाड़ा और सार्वजनिक डैशबोर्ड जैसे कार्यक्रमों से भी एकीकृत है, जिससे शिकायतों के समाधान की निगरानी पारदर्शी व समयबद्ध रूप से की जा रही है।
प्रशासनिक सुधार की दिशा में बड़ी पहल
“आमचो बस्तर” सिर्फ एक शिकायत समाधान प्लेटफॉर्म नहीं बल्कि एक बहु-मॉड्यूल और बहु-चैनल आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म है। यह जिला प्रशासन की परियोजनाओं की निगरानी, सूचना प्रचार, अभियान संचालन और जन सहभागिता जैसे कार्यों को भी एकीकृत करता है। इस पोर्टल में ग्राम पंचायत, जनपद, तहसील, एसडीएम से लेकर ब्लड बैंक तक की जिम्मेदार भागीदारी तय की गई है।
डाउनलोड करें ‘आमचो बस्तर’ ऐप – बनाएं शासन में अपनी भागीदारी
जनभागीदारी को बढ़ावा देने और शासन को अधिक जवाबदेह बनाने की दिशा में “आमचो बस्तर” एक मजबूत कड़ी बनकर उभरा है। हर गांव और हर परिवार की आवाज को प्रशासन तक पहुंचाने का यह माध्यम डिजिटल क्रांति की सशक्त मिसाल बन चुका है।