महासमुंद, मानसून की दस्तक के साथ ही मौसमी बीमारियों की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया ने जिले के सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को संभावित बीमारियों और आपदा प्रबंधन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं आम नागरिकों से सतर्कता और सावधानी बरतने की अपील की गई है, ताकि उल्टी-दस्त, मलेरिया, पीलिया व अन्य संक्रामक रोगों से बचाव सुनिश्चित किया जा सके।
डॉ. कुदेशिया ने बताया कि जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिनें और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार जनजागरूकता और उपचार कार्यों में जुटी हुई हैं। विभाग द्वारा कुल 264 ओआरटी कॉर्नर की स्थापना की गई है, जिसमें 227 उप स्वास्थ्य केंद्र, 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 1 अर्बन पीएचसी और 1 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शामिल हैं। इन सभी संस्थानों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।
सावधानियों की सूची जारी
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
- भोजन और पानी को ढंककर रखें।
- बासी भोजन न करें, केवल ताजा भोजन का ही सेवन करें।
- दस्त की स्थिति में नियमित रूप से ओआरएस का सेवन करें।
- पीने के पानी को उबालकर या क्लोरीन की गोली डालकर ही उपयोग करें।
- भोजन से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं।
- किसी भी लक्षण की स्थिति में तुरंत 104 आरोग्य सेवा या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
घरेलू उपचार भी कारगर
डिहाइड्रेशन या दस्त की स्थिति में नारियल पानी, नमकीन लस्सी, नींबू पानी, चावल का माड़, हल्की चाय व दाल का पानी जैसे तरल पदार्थ लाभकारी बताए गए हैं। ये न केवल शरीर को हाइड्रेट रखते हैं, बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को भी पूरा करते हैं।
दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मितानिनों की दवा पेटियों में ओआरएस, जिंक व पेरासिटामोल जैसी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई गई हैं। वर्तमान में जिले में 65,102 ओआरएस पैकेट और 1,64,300 जिंक टैबलेट्स उपलब्ध हैं।
सभी नागरिकों से अपील
स्वास्थ्य विभाग महासमुंद ने जिलेवासियों से अपील की है कि मानसून के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या की स्थिति में तुरंत सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं।