छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 2025: प्रश्नकाल से 30 मिनट पहले मिला जवाब, भड़के नेता प्रतिपक्ष महंत, स्पीकर ने अफसरों को लगाई फटकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 2025 के सातवें दिन बुधवार को विधानसभा में भारतमाला प्रोजेक्ट का मुद्दा उठा। जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सदन में राजस्व विभाग के देरी से मिले उत्तर का मुद्दा उठाया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को जवाबों का पुलिंदा दिखाते हुए नाराजगी जाहिर की और कहा, “30 मिनट पहले जवाब मिला है, इसे पढ़कर मैं सवाल कैसे पूछूंगा?”
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी जताई आपत्ति
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी इस मामले में दखल देते हुए अधिकारियों के रवैये पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर समय पर जवाब नहीं मिलेगा, तो सवाल-जवाब की प्रक्रिया ही बाधित हो जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने विभागों को दी कड़ी हिदायत
इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि 25 फरवरी को ही उन्होंने निर्देश दिया था कि समय पर जानकारी उपलब्ध कराई जाए, फिर भी ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने राजस्व मंत्री को निर्देश दिया कि अगले हफ्ते सोमवार को अभनपुर मुआवजा घोटाले पर सवाल-जवाब सुनिश्चित किया जाए।
सदन में गूंजा भारतमाला प्रोजेक्ट का मुद्दा
इस दौरान भारतमाला प्रोजेक्ट को लेकर भी चर्चा हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि सभी विभाग समय पर जानकारी उपलब्ध कराएं, ताकि सदस्यों को प्रश्न पूछने में कठिनाई न हो।
इस घटना से सदन में सरकारी कामकाज को लेकर चर्चा गर्म हो गई, वहीं अफसरों के इस लापरवाह रवैये पर सरकार की भी किरकिरी हुई।