रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने युवाओं की तकनीकी क्षमताओं को निखारने और राज्य को डिजिटल युग में अग्रणी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में “CM आईटी फेलोशिप कार्यक्रम” की शुरुआत की गई है। इस पहल का उद्देश्य युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा साइंस जैसे भविष्य के तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हो सकें। कार्यक्रम के तहत नवा रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT-NR) में मुफ्त M.Tech की पढ़ाई का अवसर दिया जाएगा।
मुफ्त शिक्षा और फेलोशिप का लाभ
इस कार्यक्रम के तहत, चयनित विद्यार्थियों की पूरी ट्यूशन फीस राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी। इसके अलावा, प्रत्येक छात्र को 50,000 रुपये प्रति माह की फेलोशिप भी प्रदान की जाएगी। यह पाठ्यक्रम डिजिटल इंडिया मिशन और नई शिक्षा नीति के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है, जिसमें नवाचार, अनुसंधान, और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह पहल युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में सशक्त बनाएगी और छत्तीसगढ़ को डिजिटल क्रांति में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करेगी।
व्यावहारिक अनुभव का सुनहरा अवसर
CM आईटी फेलोशिप कार्यक्रम के तहत चयनित विद्यार्थी विभिन्न सरकारी परियोजनाओं पर काम करेंगे। इसमें AI, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स, हेल्थटेक, एजुटेक, राजस्व प्रणाली, और ई-गवर्नेंस जैसे क्षेत्रों में अनुभव प्राप्त होगा। यह व्यावहारिक अनुभव उन्हें उद्योग और शासन दोनों में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए तैयार करेगा। इस पहल से न केवल तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार और नवाचार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
आवेदन प्रक्रिया
युवाओं को इस अनूठे अवसर का लाभ उठाने के लिए राज्य सरकार ने आवेदन करने का आह्वान किया है। इच्छुक उम्मीदवार IIIT-NR की आधिकारिक वेबसाइट iiitnr.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। चयन प्रक्रिया में मेधावी और तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ की तरक्की में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के तकनीकी परिदृश्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। हमारा लक्ष्य है कि युवा न केवल तकनीकी विशेषज्ञ बनें, बल्कि वे राज्य और देश के विकास में सक्रिय योगदान दें।” यह योजना नवा रायपुर को तकनीकी हब के रूप में स्थापित करने और युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।