रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की सशक्त नक्सल उन्मूलन नीति और रणनीतिक प्रयासों के परिणामस्वरूप दंडकारण्य क्षेत्र के लगभग 200 माओवादी कैडरों ने हिंसा का मार्ग छोड़कर सामाजिक मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है। इसमें कई वरिष्ठ हार्डकोर कैडर भी शामिल हैं।
इन आत्मसमर्पित माओवादी कैडरों का औपचारिक पुनर्समावेशन समारोह शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को प्रातः 11:00 बजे रिज़र्व पुलिस लाइन, जगदलपुर में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री (गृहमंत्री) विजय शर्मा उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर की वास्तविक शक्ति उसके लोगों की आत्मनिर्भरता, शिक्षा, आजीविका और सामाजिक सम्मान में निहित है। इन्हीं मूल्यों पर आधारित सरकार की नीति ने अब दंडकारण्य के भीतरी इलाकों में नई उम्मीद और परिवर्तन का संदेश पहुँचाया है।
यह ऐतिहासिक घटना न केवल नक्सल उन्मूलन की दिशा में निर्णायक मोड़ है, बल्कि राज्य सरकार की शांति, संवाद और विकास केंद्रित नीतियों का भी प्रत्यक्ष परिणाम है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, संचार और आजीविका से जुड़े विकास कार्यों के माध्यम से स्थायी शांति की आधारभूमि तैयार की गई है।
इस सफलता में पुलिस और सुरक्षा बलों की रणनीतिक मुहिम, स्थानीय प्रशासन के समन्वित प्रयास, जागरूक समाज और जनप्रतिनिधियों की रचनात्मक भागीदारी भी अहम रही है। बस्तर के लिए यह एक नया अध्याय साबित होगा, जहां हिंसा का मार्ग छोड़कर विकास और सामाजिक समावेशन की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।