रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) की बैठक में गोंदिया–डोंगरगढ़ चौथी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी मिल गई है। इस महत्वपूर्ण स्वीकृति के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और डबल इंजन सरकार के संयुक्त प्रयासों से छत्तीसगढ़ विकास की नई पटरी पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इसे प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय बताया, जो न केवल राज्य के औद्योगिक विकास को रफ्तार देगा बल्कि मध्य भारत की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा।
साय ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का रेल नेटवर्क आधुनिकता, गति और जनसुविधा के नए युग में प्रवेश कर चुका है। छत्तीसगढ़ को इस दिशा में जो निरंतर सहयोग मिल रहा है, वह राज्य की औद्योगिक और आर्थिक प्रगति का मजबूत आधार बनेगा।”
यह परियोजना लगभग 84 किलोमीटर लंबी होगी और राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) तथा गोंदिया (महाराष्ट्र) जिलों से होकर गुजरेगी। इसे पांच वर्षों में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के तहत 15 बड़े पुल, 123 छोटे पुल, 1 सुरंग, 3 रोड ओवर ब्रिज (ROB) और 22 रोड अंडर ब्रिज (RUB) का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि नई रेल लाइन के बन जाने से रायगढ़, मांड, कोरबा और इब घाटी की खदानों से कोयले का परिवहन तेज़ी से होगा, जिससे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के थर्मल पावर प्लांट्स को नियमित आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इससे प्रदेश की खनिज अर्थव्यवस्था और लॉजिस्टिक नेटवर्क को मजबूती मिलेगी।
साय ने कहा कि यह चौथी रेल लाइन परियोजना छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए बेहतर आवागमन सुविधा, औद्योगिक प्रगति और पर्यावरणीय संतुलन का नया अध्याय लिखेगी। उन्होंने इसे राज्य के “विज़न विकसित छत्तीसगढ़ 2047” की दिशा में एक ऐतिहासिक और मील का पत्थर पहल बताया।