नक्सल ऑपरेशन में शहीद हुआ CRPF का बहादुर सिपाही ‘K9 रोलो’, अंतिम विदाई में छलके जवानों के आंसू
बीजापुर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में चल रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 228वीं बटालियन के स्पेशल डॉग स्क्वॉड के सदस्य ‘K9 रोलो’ की दुखद मौत हो गई। बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल का यह ट्रेंड डॉग नक्सलियों के खिलाफ अभियान में विस्फोटकों का पता लगाने में माहिर था। मधुमक्खियों के हमले में घायल होने के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मधुमक्खियों ने किया हमला, बचाने की कोशिश नाकाम
करीब 21 दिनों तक चले ऑपरेशन के बाद जब CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम बीजापुर के कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों से लौट रही थी, तभी एक विशाल मधुमक्खी झुंड ने हमला कर दिया। जवानों ने K9 रोलो को बचाने के लिए उसे पॉलीथिन शीट से ढकने की कोशिश की, लेकिन मधुमक्खियां शीट के अंदर घुस गईं और उसे बुरी तरह डंक मारने लगीं। दर्द और जलन से परेशान होकर रोलो भाग निकला, जिसके बाद और मधुमक्खियों ने हमला कर दिया।
मौत से पहले निभाई कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं
मौके पर प्राथमिक उपचार के बावजूद रोलो की हालत बिगड़ती गई और उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टरों ने बताया कि उसे करीब 200 मधुमक्खियों ने डंक मारे थे।
K9 रोलो का जन्म 5 अप्रैल 2023 को डॉग ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग स्कूल (DBTS) में हुआ था। उसे बैच क्रमांक 80 के तहत इन्फैंट्री पेट्रोलिंग, विस्फोटक खोज और असॉल्ट ऑपरेशन की विशेष ट्रेनिंग दी गई थी। अप्रैल 2024 में उसे CRPF की 228वीं बटालियन में तैनात किया गया था।
मरणोपरांत मिलेगा सम्मान, गार्ड ऑफ ऑनर से अंतिम विदाई
रोलो ने अब तक कई नक्सल विरोधी अभियानों में विस्फोटक और IED डिटेक्शन में अहम भूमिका निभाई थी। उसकी बहादुरी को देखते हुए CRPF ने उसे मरणोपरांत कमेंडेशन डिस्क से सम्मानित करने का फैसला किया है। शुक्रवार को उसे पूरे सैन्य सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई।
CRPF के अधिकारियों ने कहा, “रोलो केवल एक डॉग नहीं, बल्कि हमारे दल का बहादुर सिपाही था। उसकी कुर्बानी को हम कभी नहीं भूल सकते।”