डिजिटल व्यवस्था से हुई आसानी, मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
खैरागढ़–छुईखदान–गंडई जिले के ग्राम शिलपट्टी के परिश्रमी किसान भुनेश्वर साहू ने इस खरीदी सीजन में डिजिटल तकनीक का सफल उपयोग करते हुए “तुंहर टोकन” मोबाइल ऐप के माध्यम से समय पर टोकन प्राप्त किया और कुल 117 क्विंटल धान शासकीय उपार्जन केंद्र में विक्रय किया। आधुनिक डिजिटल व्यवस्था ने उन्हें खरीदी केंद्रों में भीड़, लंबी प्रतीक्षा और अनावश्यक दौड़भाग से पूरी तरह राहत दिलाई।
भुनेश्वर साहू ने बताया कि ‘तुंहर टोकन’ ऐप से खरीदी प्रक्रिया अब पहले की तुलना में काफी आसान हो गई है। “कुछ ही मिनटों में घर बैठे टोकन मिल जाता है और निर्धारित समय पर सीधे धान तौल हो जाती है। इससे समय भी बचता है और व्यवस्था भी पारदर्शी रहती है,” उन्होंने कहा। उनका मानना है कि तकनीक से जुड़ने से किसानों की उत्पादकता और विपणन दोनों में तेजी आई है।
धान विक्रय के बाद उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 3100 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य ने किसानों को मजबूत आर्थिक आधार प्रदान किया है। विक्रय से मिली राशि का उन्होंने सबसे पहले खेती से संबंधित कर्ज चुकाने में उपयोग किया, जिससे परिवार का आर्थिक बोझ कम हुआ। बच्चों की पढ़ाई के लिए धनराशि अलग रखकर उन्होंने शेष राशि को आगामी कृषि सीजन की तैयारी—उन्नत बीज, खाद, उपकरण और खेत सुधार—में निवेश करने का निर्णय लिया।
भुनेश्वर साहू का मानना है कि डिजिटल सुविधाओं और समर्थन मूल्य ने किसान हित में नई ऊर्जा और भरोसा पैदा किया है।
