पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सत्ताधारी NDA गठबंधन में सीटों के बंटवारे के बाद अब उम्मीदवारों के चयन पर जोर है। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने गठबंधन के तहत मिली 101 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं, और ऐलान कभी भी हो सकता है। खास बात यह है कि पार्टी बिहार में गुजरात मॉडल (30% सीटिंग विधायकों के टिकट काटना) नहीं अपनाएगी। इसके बजाय, तीन सूत्री फॉर्मूले जातीय समीकरण, जिताऊ उम्मीदवार और युवाओं की भागीदारी के आधार पर चयन किया गया है।
गुजरात मॉडल क्यों नहीं?
बीजेपी आमतौर पर चुनावों में 30% मौजूदा विधायकों के टिकट काटकर युवाओं को मौका देती रही है, लेकिन बिहार में ऐसा नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार, 2020 में कई नए चेहरे उतारे गए थे, और वर्तमान सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी नहीं है। इसलिए, अधिकांश सीटिंग विधायकों को ही टिकट मिलेगा। हालांकि, 16 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं, और उनकी जगह महिलाओं व युवाओं को उतारा जाएगा। 75 वर्ष से अधिक उम्र के विधायकों को भी टिकट मिलने की संभावना है। पार्टी महिलाओं को अधिक टिकट देने और कुछ केंद्रीय नेताओं को उतारने की रणनीति पर काम कर रही है, जैसा मध्य प्रदेश चुनाव में किया गया था।
तीन सूत्री फॉर्मूला: जाति, जीत और युवा
बीजेपी की रणनीति जातीय समीकरण, जिताऊ उम्मीदवारों का चयन और युवाओं की भागीदारी पर केंद्रित है। इससे गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
उम्मीदवारों का ऐलान कब?
केंद्रीय चुनाव समिति की रविवार शाम दिल्ली में हुई बैठक में पहली सूची को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव बीएल संतोष और बिहार के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “सोमवार शाम से उम्मीदवारों की घोषणा शुरू हो जाएगी।”
नामांकन प्रक्रिया शुरू
दूसरे चरण की 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को मतदान के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। उम्मीदवार 20 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे, और नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर है। पहले चरण की 121 सीटों के लिए नामांकन 17 अक्टूबर तक चलेगा, जहां 6 नवंबर को मतदान होगा। सभी 243 सीटों की मतगणना 14 नवंबर को होगी।