रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “2047 तक विकसित भारत” के संकल्प को साकार करने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार ने “अंजोर छत्तीसगढ़” नामक दूरदर्शी और ठोस विकास खाका पेश किया है। इस दिशा में रायपुर में आयोजित “ग्रीन स्टील और माइनिंग समिट 2025” मील का पत्थर साबित हुआ, जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन और वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राज्य को देश का स्टील हब बनाने के लिए सरकार की रणनीति साझा की।
मुख्यमंत्री साय ने समिट में अपने संबोधन में कहा, “छत्तीसगढ़ स्टील और ऊर्जा के क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर सकता है। हमने जलवायु संकट को ध्यान में रखते हुए ग्रीन एनर्जी और शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया है। रेल अधोसंरचना में तेजी और नई औद्योगिक नीति से छत्तीसगढ़ को उद्योगों की पहली पसंद बनाया जा रहा है।”
ग्रीन स्टील के लिए विशेष नीति और निवेश आमंत्रण
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि 1 नवंबर 2024 से लागू “छत्तीसगढ़ औद्योगिक नीति 2024-30” के अंतर्गत ग्रीन स्टील और पर्यावरण-अनुकूल उद्योगों को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार ने ग्रीन उद्यमों के लिए प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है, जिसमें ग्रीन हाइड्रोजन, बायोगैस, जल और ऊर्जा दक्षता जैसे क्षेत्रों को सहायता दी जाएगी।
बस्तर में आयरन ओर आधारित उद्योगों को मिलेगा अतिरिक्त लाभ
मंत्री देवांगन ने बताया कि बस्तर के खनिज संसाधनों का स्थानीय विकास से जुड़ाव सुनिश्चित करने के लिए कोर सेक्टर की इकाइयों को 50% तक आयरन ओर रॉयल्टी, 100% कोयला रॉयल्टी, और 150% तक राज्य सेस की प्रतिपूर्ति जैसे विशेष लाभ मिलेंगे।
बड़े निवेशकों को मिलेगी विशेष सुविधाएं
उद्योगों को SGST, विद्युत शुल्क, स्टांप शुल्क, पंजीयन शुल्क, जल कर आदि पर प्रतिपूर्ति दी जाएगी। साथ ही जो उद्योग 1000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश करेंगे या 1000 से अधिक लोगों को रोजगार देंगे, उनके लिए “बी-स्पोक योजना” के तहत अतिरिक्त सुविधाएं दी जाएंगी।
सम्मेलन में उमड़ा औद्योगिक और तकनीकी प्रतिनिधियों का सैलाब
ग्रीन स्टील समिट में CII के चेयरमैन संजय जैन, उद्योग सचिव रजत कुमार, CII ईस्टर्न रीजन के चेयरमैन शास्वत गोयनका, उद्योगपति सिद्धार्थ अग्रवाल सहित देश-विदेश से आए 400 से अधिक निवेशक और विशेषज्ञ शामिल हुए। सभी ने ग्रीन स्टील और टिकाऊ विकास के लिए छत्तीसगढ़ को सबसे उपयुक्त राज्य बताया।
मुख्यमंत्री साय ने समापन पर कहा, “छत्तीसगढ़ का सपना है कि यह भारत का ग्रीन स्टील हब बने। सरकार हर तरह से उद्योगों के साथ खड़ी है। आइए, हम मिलकर ‘अंजोर छत्तीसगढ़’ का सपना साकार करें।”