पटना/दिल्ली। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव एक बार फिर अपने निजी जीवन को लेकर विवादों में घिर गए हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें अनुष्का यादव नाम की एक युवती के साथ वायरल हुईं, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इसके तुरंत बाद तेजप्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय की एक तस्वीर एक अन्य व्यक्ति ‘राणा’ के साथ सामने आई, जिसे लेकर नए कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, उक्त व्यक्ति की पहचान की पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है।
तेजप्रताप का अतीत फिर चर्चा में
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही जानकारियों के अनुसार, तेजप्रताप का अनुष्का यादव के साथ वर्ष 2012 से रिश्ता रहा है, जबकि उन्होंने 2018 में ऐश्वर्या राय से विवाह किया था। अब तीसरे नाम की भी चर्चा हो रही है, जिससे तेजप्रताप के पूर्व संबंध होने का दावा किया जा रहा है। इन दावों ने न केवल तेजप्रताप की छवि को प्रभावित किया है, बल्कि लालू परिवार को भी मुश्किलों में डाल दिया है।
लालू यादव ने उठाया सख्त कदम
विवाद गहराने के बाद लालू यादव ने सार्वजनिक रूप से तेजप्रताप के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने एक लंबी सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए तेजप्रताप को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया और परिवार से भी अलग कर दिया। लालू ने कहा, “तेजप्रताप का आचरण हमारे पारिवारिक मूल्यों के अनुकूल नहीं है।” इसके साथ ही उन्होंने तेजप्रताप की किसी भी राजनीतिक भूमिका को नकार दिया।

फेसबुक पोस्ट और AI का दावा
तेजप्रताप ने विवादित तस्वीर को खुद अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया था, जिसमें अनुष्का यादव के साथ 12 वर्षों के रिश्ते की बात कही गई थी। हालांकि, बाद में उन्होंने दावा किया कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था और पोस्ट में दिखाई गई तस्वीर AI से तैयार की गई थी। यह दावा करने के बाद उन्होंने वह पोस्ट हटा दी।
ऐश्वर्या राय की भावुक प्रतिक्रिया
विवाद के बीच तेजप्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय ने मीडिया से बात करते हुए सवाल उठाया, “अगर पहले से ही सबको सब कुछ पता था तो मेरी शादी क्यों कराई गई? मेरी ज़िंदगी क्यों बर्बाद की गई?” उन्होंने खुद पर हुए मानसिक और शारीरिक अत्याचार की बात भी कही और कहा कि अब न्याय के लिए वह कोर्ट में लड़ाई जारी रखेंगी।

अनुष्का यादव कौन हैं?
अनुष्का यादव पटना की रहने वाली हैं और उनके भाई आकाश यादव कभी छात्र राजद में अहम भूमिका निभा चुके हैं। बताया जाता है कि आकाश को छात्र राजद का अध्यक्ष तेजप्रताप के समर्थन से बनाया गया था। बाद में जब उन्हें पद से हटाया गया, तो तेजप्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा भी खोला था।
परिवार का रुख सख्त
तेजस्वी यादव ने मामले से दूरी बनाते हुए कहा, “पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है और अब तेजप्रताप से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।” तेजप्रताप की बहन रोहिणी आचार्य ने भी ट्वीट कर कहा कि परिवार की प्रतिष्ठा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
